नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्रों के प्रदर्शन की आलोचना की और कहा कि वे यूनिवर्सिटी को अर्बन नेक्सलवादियों के लिए सेंटर बनाना चाहते हैं। सिंह ने कहा कि फीस वृद्धि की वापसी की मांग सिर्फ एक बहाना है। जेएनयू छात्रों के लिए 300 रुपए कुछ नहीं है, न ही उनके लिए इस राशि का महत्व है।
गिरिराज ने यह भी कहा कि प्रदर्शन का मतलब अर्बन नक्सलियों का झंडा उठाना था। उन्होंने कहा कि ये छात्र टुकड़े-टुकडे़ गैंग के हैं। उन्होंने कहा कि वे हमेशा अच्छे छात्रों, शिक्षकों और मीडिया के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। वे अफजल गुरू जैसे आतंकियों का गुणगान करते हैं। ऐसे व्यवहार देश के लिए स्वीकार्य नहीं है।
जेएनयू प्रदर्शन को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के समर्थन करने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि दिग्विजय सिंह नहीं जानते हैं कि यह गुरुकुल की भूमि है और गुरु का स्थान भगवान का स्थान होता है। ये छात्र हमारे संस्कृति को नष्ट कर रहे हैं। छात्रों को पढ़ने के लिए कॉलेज आना चाहिए ना कि गुंडा बनने के लिए। सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टियां राजधानी में हो रहे काम से खुश नहीं हैं। इसलिए वे संसद को सुचारू रूप से चलने देना नहीं चाहते हैं।
जेएनयू ने सिंगल रूम रेंट 10 से बढ़ाकर 300 रुपए प्रति महीना कर दिया। डबल रूम का रेंट 20 रुपए से बढ़ाकर 600 रुपए प्रति महीना कर दिया। वन टाइम रिफंडेबल मेस सेक्युरिटी डिपोजिट फीस 5500 रुपए से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दिया गया। इसके विरोध में जेएनयू छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। हलांकि बढ़े फीस में आंशिक रोलबैक किया गया। अब सिंगल सीटर रूम का चार्ज 600 रुपए होगा जबकि बीपीएल कटैगरी छात्रों को इसके लिए 300 रुपए चुकाना होगा।
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