नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के हाथों पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आज पहली बार कांग्रेस की पंजाब की नई टीम ने राहुल गांधी से मुलाकात की है। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब कांग्रेस की कमान यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में विधायक अमरिंदर सिंह राजा बरार को दी है। प्रताप सिंह बाजवा को विधायक दल का नेता बनाया गया है। आज नई टीम ने पार्टी के प्रभारी हरीश चौधरी कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशू और डिप्टी लीडर राजकुमार छब्बेवाल के साथ राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। पंजाब के नेताओं ने लगभग डेढ़ घंटे तक राहुल गांधी से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष राजा बरार ने कहा पंजाब में कांग्रेस को एक नए रूप में लोगों तक पहुंचाना है। राहुल गांधी के मार्गदर्शन में उनका जो सपना है की प्रदेश के आखिरी व्यक्ति तक कांग्रेस की बात पहुंचने चाहिए और उस दिशा में काम करेंगे। राजा ने कहा चुनौती बड़ी है लेकिन उन्हें चुनौतियां पसंद भी है फिर चाहे 2014 में लोकसभा हारने के बाद पार्टी ने उन्हें यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था या फिर अब विधानसभा चुनाव हराने के बाद उन्हें पंजाब की बागडोर सौंपी गई है।
राहुल गांधी के साथ आज पंजाब की नई टीम की मुलाकात में सबसे बड़ा मुद्दा अनुशासनहीनता का ही रहा। राहुल गांधी ने पंजाब कांग्रेस के नेताओं की अनुशासनहीनता पर चिंता जताया। राजा बरार ने कहा की नई टीम ने साफ कर दिया है की आज के बाद और अब के बाद पंजाब कांग्रेस में अनुशानहीनता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा चाहे वह खुद ही क्यों ना हो पार्टी का छोटा से छोटा और बड़ा सा बड़ा नेता अगर अनुशासनहीनता करेगा उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। राजा ने कहा कि यह अब नहीं चलेगा कि कोई धरना प्रदर्शन चल रहा हो और जिसका जो मन करे वह ट्वीट कर दे। पार्टी अनुशासनहीनता के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी।
दरअसल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हारने वाले सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा ले लिया था। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद इन राज्यों में हार की समीक्षा करने की जिम्मेदारी 5 बड़े कांग्रेस नेताओं के ऊपर दी गई थी जिसके रिपोर्ट के आधार पर हाल ही में नई टीम का गठन किया गया है। पंजाब कांग्रेस की जिम्मेदारी अमरिंदर सिंह राजा बरार और प्रताप सिंह बाजवा को दी गई है।
पंजाब में कांग्रेस की सबसे बड़ी चिंता पार्टी के बड़े नेताओं के द्वारा लगातार की जा रही अनुशासनहीनता है। हाल ही में पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को लेकर दिए गए दलित विरोधी बयान से बवाल हो रहा है। अब नौबत यहां तक पहुंच गई है कि आज दिल्ली में कांग्रेस के वॉर रूम 15 GRG में पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासनात्मक समिति की बैठक हो रही है जिस के चेयरमैन वरिष्ठ नेता एके एंटनी है। इस समिति की बैठक के बाद सुनील जाखड़ को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जा सकता है।
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