Har Ghar Tiranga Abhiyan : 'हर घर तिरंगा' अभियान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को 'देशद्रोही' संगठन बताए जाने पर नए सिरे से विवाद पैदा हो गया है। राहुल के इस हमले पर आरएसएस ने कांग्रेस नेता को सीधे तो जवाब नहीं दिया है लेकिन उसने अपने बयान में कहा है कि वह सरकार के इस मुहिम को गत जुलाई से ही अपना समर्थन दे रहा है। संघ ने अपने सदस्यों एवं कार्यकर्ताओं से सरकार के इस 'हर घर तिरंगा अभियान' का समर्थन करने की बात कही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला है।
तिरंगा दिल का नहीं बल्कि देश का है-पात्रा
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि तिरंगा किसी व्यक्ति या परिवार का नहीं है। यह दिल का नहीं बल्कि देश का है। भाजपा चाहेगी कि राहुल गांधी भी देश का तिरंगा अपने हाथों में लें। पात्रा ने कहा कि राहुल एवं कांग्रेस को तिरंगा पर राजनीति बंद करनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस तिरंगे का सम्मान करती है कि नहीं, यह उसे देश को बताना चाहिए।
राहुल गांधी ने अपने विवादित ट्वीट में कहा है, 'कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के सभी साथियों से मिलकर बहुत खुशी हुई। इतिहास गवाह है, 'हर घर तिरंगा' मुहीम चलाने वाले, उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया। आज़ादी की लड़ाई से, ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे।'
देश का विभाजन कराने वाले सवाल उठा रहे हैं-RSS
वहीं, आरएसएस ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का विभाजन कराने वाले सवाल उठा रहे हैं। आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि तिरंगे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। संघ ने 'हर घर तिरंगा' अभियान का समर्थन किया है। राहुल के विवादित ट्वीट पर भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि तिरंगा हमारी साझी विरासत है लेकिन कांग्रेस नेता व्यक्तिवादी एवं वंशवादी राजनीति में डूब गए हैं।
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