नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन के साथ विवाद के मसले पर लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं, अब उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए सवाल किए हैं कि 'हमारे सैनिकों को हथियार के बिना खतरे की ओर से किसने भेजा और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।' इस बावत राहुल ने एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात कही है।
इससे पहले गांधी ने एक पूर्व सैन्य अधिकारी के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, 'चीन की हिम्मत कैसे हुई कि उसने हमारे निहत्थे सैनिकों की हत्या की? हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया?' कांग्रेस नेता ने बुधवार को भी इस मामले पर सवाल किया था, 'प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं? वह छिपे हुए क्यों हैं? अब बहुत हो चुका। हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या हुआ है।'
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, 'चीन ने शस्त्रहीन भारतीय सैनिकों की हत्या करके बहुत बड़ा अपराध किया हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि इन वीरों को बिना हथियार के खतरे की ओर से किसने भेजा?
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी वीडियो जारी कर कहा था कि मोदी सरकार को चीन को कड़ा जवाब देना चाहिए।
इस मसले पर बीजेपी की ओर से संबित पात्रा ने पलटवार किया है, उन्होंने गुरुवार को कहा कि चीन के मसले पर राहुल गांधी गैरजिम्मेदाराना बर्ताव कर रहे हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल को कांग्रेस काल में चीन के साथ हुए समझौतों के बारे में पढ़ने की नसीहत दी साथ ही संबित ने कहा कि चीन के साथ कांग्रेस के शासन काल में क्या-क्या समझौते हुए थे, यह आपको पढ़ लेना चाहिए था।
वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा था कि 'हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं ऐसे में केंद्र सरकार को मजबूत संदेश देना चाहिए लेकिन सरकार ने दिल्ली-मेरठ सेमी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर का ठेका चीनी कम्पनी को सौंप कर घुटने टेकने जैसी रणनीति अपनाई है।
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