नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर सबकुछ बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी और भाजपा का एक नारा था कि 70 सालों में कुछ नहीं हुआ; 70 सालों में जो इस देश की पूंजी बनाई गई थी, कल वित्त मंत्री ने उसको बेचने का निर्णय ले लिया है। प्रधानमंत्री जी ने सब कुछ बेच दिया और मैं हिन्दुस्तान के युवाओं से कहना चाहता हूँ कि आपके हाथ से रोजगार छीना, कोरोना में आपकी मदद नहीं की, आपके किसान माता-पिता के लिए तीन काले कानून बनाए।
राहुल गांधी ने बताया- सरकार क्या बेच रही है?
- 26,700 किमी नेशनल हाईवे से ₹1.6 लाख करोड़
- रेलवे से ₹1.5 लाख करोड़
- 42,300 किमी ट्रांसमिशन नेटवर्क
- 6000 मेगावाट हाइड्रो, सोलर, विंड एसेट पावर जेनरेशन
- GAIL की 8000 किमी गैस पाइपलाइन
- 4000 किमी की पेट्रोलियम पाइपलाइन
- 2.86 लाख किमी भारत नेट फाइबर
- BSNL/MTNL के टावर
- ₹29000 करोड़ के गोदाम
- 210 मीट्रिक टन फ़ूड स्टोरेज किसको जा रही है, सबको पता है।
- 160 कोयला खदान, 761 खनिज ब्लॉक, एयरपोर्ट से ₹21000 करोड़; बंदरगाह से ₹13,000 करोड़
- स्टेडियम से ₹11,000 करोड़
उन्होंने कहा, 'आपका भविष्य बेचा जा रहा है, इन तीन-चार उद्योगपतियों को गिफ्ट दिए जा रहे हैं; हम निजीकरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमारा निजीकरण का एक लॉजिक था; लॉजिक ये था कि जो स्ट्रैटेजिक इंडस्ट्री हैं उनका निजीकरण नहीं किया जाता था। रेलवे को हम स्ट्रैटेजिक इंडस्ट्री मानते थे, क्योंकि रेलवे हिन्दुस्तान की रीढ़ की हड्डी है; स्ट्रैटेजिक, क्योंकि यह लाखों-करोड़ों लोगों को ट्रांसपोर्ट देती है; स्ट्रैटेजिक, क्योंकि इसमें बहुत से लोगों को रोजगार मिलता है; इसलिए यह स्ट्रैटेजिक इंडस्ट्री है। जो इंडस्ट्री लम्बे समय से (chronically) घाटे में होती थी, उनका हम निजीकरण करते थे; जिन कम्पनियों के पास मिनिमल मार्केट शेयर होता था, हम उनका निजीकरण करते थे।'
राहुल ने कहा कि मैंने कोरोना के बारे में भी बोला था, लेकिन आप लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया; आज मैं फिर से बोल रहा हूँ, हिन्दुस्तान के युवाओं आप अच्छी तरह सुन लीजिए; जैसे ही ये सब होगा वैसे ही आपको रोजगार मिलने का चांस खत्म हो जाएगा। हिन्दुस्तान की पूंजी बेची जा रही है लेकिन यह आपके भविष्य पर आक्रमण है ; नरेंद्र मोदी जी अपने दो-तीन उद्योगपति मित्रों के साथ हिन्दुस्तान के युवा पर आक्रमण कर रहे हैं। सरकार अपने 2-4 मित्रों के हाथ में सारा कंट्रोल देना चाहती है। कोरोना, नोटबन्दी, GST के कुप्रबंधन के कारण सरकार के पास पैसे की जबरदस्त कमी है। लेकिन निजीकरण से जो मिलेगा उससे समस्या का समाधान नहीं होगा। इसका मूल लक्ष्य एकछत्र राज देना है।
स्मृति ईरानी ने इस तरह किया पलटवार
वहीं राहुल पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का मुद्रीकरण करके 8,000 करोड़ रुपए जुटाए। क्या राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं कि महाराष्ट्र सरकार ने एक्सप्रेस-वे बेचा? क्या उनकी पार्टी देश बेच रही थी? क्या वह आरोप लगा रहे हैं कि उनकी मां देश बेच रही है? क्या राहुल गांधी मानते हैं कि कांग्रेस के नेतृत्व में इस तरह की कमाई करने वाली राज्य सरकारें अपने राज्यों को बेच रही हैं? इस आदमी की राजनीति पाखंड से शुरू होती है, अहंकार से चलती है और अवमानना पर खत्म होती है।
ईरानी ने कहा, 'मुझे लगता है कि श्री गांधी ने वित्त मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस को नहीं देखा है जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई संपत्ति नहीं बेची जाएगी, उनका मौद्रिकरण किया जाएगा और 6 लाख करोड़ रुपए भारतीय खजाने में जमा किए जाएंगे।'
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