Hydroxychloroquine दवा मसले पर ट्रंप के बयान पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया,बोले- मित्रों में प्रतिशोध की भावना

देश
रवि वैश्य
Updated Apr 07, 2020 | 14:17 IST

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक संभावित जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया।अगर भारत कोरोना वायरस रोगियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के निर्यात पर से प्रतिबंध नहीं हटाता है

RAHUL GANDHI
राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना संकट देश में धर्म, जाति और वर्ग आधारित मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने का मौका है 

नई दिल्ली: एक दवाई हाइड्रोक्सी क्लोरीक्वाइन (Hydroxychloroquine) को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बयान दिया, उसपर काफी चर्चा हो रही है, इस मामले पर अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट किया है और कहा है कि इंडिया को हर किसी की मदद करनी चाहिए लेकिन पहले भारतीयों का ख्याल रखा जाना चाहिए।

राहुल गांधी ने लिखा है कि ‘मित्रों’ में प्रतिशोध की भावना? भारत को सभी देशों की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए लेकिन सबसे पहले जान बचाने की सभी दवाइयाँ और उपकरण अपने देश के कोने-कोने तक पहुँचना अनिवार्य है।

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक संभावित जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया। अगर भारत कोरोना वायरस रोगियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन  के निर्यात पर से प्रतिबंध नहीं हटाता है। कोरोनो वायरस टास्कफोर्स ब्रीफिंग के दौरान व्हाइट हाउस से ट्रंप ने कहा कि भारत का अमेरिका के साथ बहुत अच्छे संबंध है और वह कोई कारण नहीं देखता है कि भारत अमेरिका के दवा के ऑर्डर पर लगाए रोक को नहीं हटाएगा। 

उन्होंने कहा कि यह नहीं सुना कि यह उनका (मोदी) फैसला था। मुझे पता है कि उन्होंने इसे अन्य देशों के लिए रोक दिया था जो मैंने कल उनसे बात की थी, बहुत अच्छी बात हुई और हम देखेंगे क्या होता है क्या नहीं, मैं सरप्राइज नहीं होऊंगा अगर वह ऐसा करेंगे क्योंकि  भारत का संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बहुत अच्छा संबंध है।

ट्रंप ने कहा कि मोदी के साथ उनके हाल में फोन कॉल के दौरान कहा था कि वह अमेरिका को आदेश जारी करने के अनुरोध पर विचार करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इसलिए मैं सरप्राइज नहीं होऊंगा अगर वह निर्णय लेंगे जो मुझे बताया। जब मैंने रविवार सुबह उनसे फोन पर बात की थी। मैंने उन्हें फोन किया था और मैंने कहा था कि हम आपूर्ति की अनुमति देने की सराहना करेंगे। यदि वह इसे निर्यात की अनुमति नहीं देते हैं।

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना संकट देश में धर्म, जाति और वर्ग आधारित मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने का मौका है। उन्होंने यह भी कहा कि देश एकजुट होकर इस महामारी को पराजित करेगा।

गांधी ने ट्वीट किया, ''कोरोना संकट भारत के लिए एक ऐसा मौका है जिसमें लोग अपने धर्म, जाति एवं वर्ग के मतभेदों को पीछे छोड़कर एकजुट हों और इस खतरनाक वायरस को पराजित करें।"उन्होंने कहा, '' करुणा, संवेदना और त्याग इस सोच की बुनियाद हैं। हम साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे।"

उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से एक बार फिर सरकार से आग्रह किया कि कोरोना की व्यापक स्तर पर जांच की जाए।उन्होंने ट्वीट किया, ''कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का एकमात्र रास्ता ज्यादा से ज्यादा जांच है। तभी हम संक्रमित व्यक्ति का उपचार कर सकते हैं।'

प्रियंका ने कहा, 'ज्यादा से ज्यादा जांच करो, फिर उपचार करो-यही हमारा मंत्र होना चाहिए। आप सबसे मेरी गुज़ारिश है कि ज्यादा जांच के लिए आवाज उठाइए।'

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