नई दिल्ली:रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में कथित अनियमितताओं के विरोध में छात्रों पटना, आरा, बक्सर, नवादा और बिहारशरीफ समेत कई जगहों पर जमकर हंगामा किया गया और पत्थरबाजी की गई वहीं यात्री ट्रेनों में भी आग लगा दी गई, इस मामले की जांच की जा रही है कि इस हिंसा के पीछे आखिर कौन है।
वहीं इस मामले में रेल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इस घटना के पीछे कांग्रेस की स्टूडेंट ईकाई एनएसयूआई (NSUI) का हाथ सामने आ रहा है कहा ये भी जा रहा है कि रेल रोको आंदोलन का आह्वान भी एनएसयूआई ने ही किया था।
गौर हो कि बिहार के कुछ शहरों में रेल परीक्षा को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन चल रहा है जिसका खामियाजा रेल विभाग के साथ आम लोगों को भी भुगतना पड़ रह रहा है।
पटना शहर के साथ कुछ और जगहों पर हजारों छात्रों के ट्रेन की पटरियों पर खड़े होकर विरोध-प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा या उनके मार्ग बदलने पड़े हैं।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा के नियमों में बदलाव को लेकर कई युवाओं द्वारा किए गए प्रदर्शन की पृष्ठभूमि आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार ने रोजगार मांगने पर डबल अत्याचार किया है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कथित तौर पथराव होने का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि अपने हक का रोजगार मांगने के लिए डबल-इंजन सरकार ने किया डबल अत्याचार। मेरा भारत ऐसा नहीं था!
लंबे इंतजार के बाद RRB NTPC परीक्षा का जब 14 जनवरी 2022 को रिजल्ट आया तो उम्मीद थी, कि उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं फरवरी में होने वाली अगर चरण की परीक्षा में जुट जाएंगे। लेकिन रिजल्ट को लेकर फैले असंतोष ने अब हिंसक रूप ले लिया है। बिहार में जहां कई जगह पर नाराज छात्रों ने तोड़-फोड़ की वहीं ट्रेन में भी आग लगा दी। छात्रों का आंदोलन बिहार से निकलकर उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया। जहां प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला भी सामने आया है।
बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे ने एक कमेटी का गठन कर दिया है और उसकी रिपोर्ट आने तक 15 फरवरी 2022 को होने वाली दूसरे चरण की परीक्षा और 23 फरवरी 2022 को होने वाली ग्रुप-डी परीक्षा की तारीख को भी टाल दिया है।
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