पुणे: इस वक्त की बड़ी खबर पुणे से है। जहां अब से कुछ देर में मनसे चीफ राज ठाकरे पूजा करने वाले हैं। पूजा और रैली से पहले घर के बाहर शंखनाद किया गया। साथ ही राज ठाकरे को बाला साहेब ठाकरे की फोटो दी। राज ठाकरे के साथ पुणे में 100 पंडित पूजा पाठ करेंगे। इसके बाद संभाजी महाराज की समाधि तक रैली का कार्यक्रम है। जिसमें बड़ी संख्या में मनसे कार्यकर्ता शामिल होंगे। वहीं आज राज ठाकरे औरंगाबाद रवाना होंगे जहां कल मेगा रैली होने वाली है।
लाउडस्पीकर पर देशभर में बहुत शोर है। इसके पीछे किसका जोर है? इसे समझने के लिए आज अब आपको महाराष्ट्र की एक ऐसी सियासी पिक्चर दिखाएंगे..जो 3 मई को रिलीज होने वाली है। महाराष्ट्र की सियासत में 3 मई की तारीख बेहद अहम है क्योंकि उस दिन वो होने वाला है। जो छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्य की राजनीति को बदलकर रख देगा। 3 मई यानी वो दिन..जो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए उनके चचेरे भाई राज ठाकरे की डेडलाइन है वो अल्टीमेटम..जो राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने के लिए उद्धव सरकार को दिया है।
मई के बेहद गर्म महीने में 3 तारीख और 3 काम। जिसके जरिए महाराष्ट्र में हिंदुत्व की राजनीति के पोस्टरब्वॉय राज ठाकरे के नए अवतार का पूरा प्लान सामने आने वाला है। 2024 के संसदीय और विधानसभा चुनाव के लिए सबसे बड़ा ऐलान होने वाला है। उससे पहले दिल्ली की गद्दी वाया मुंबई, इसे लेकर बहुत बड़ी ख़बर सामने आई है। पूरी ख़बर और उसके पीछे की कंप्लीट पिक्चर आपको समझाएंगे लेकिन उससे पहले शुक्रवार के रोज पुणे में जबरदस्त हलचल मची है।
राज ठाकरे की धमकी का असर ? मुंबई की कई मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अज़ान बंद
राज ठाकरे के पुणे पहुंचने से पहले ही राज ठाकरे की हिंदुत्व पर लाउड पॉलिटिक्स के सपोर्ट में आरएसएस के 2 बड़े संगठन खुलकर सामने आए हैं जिनमें पहला विश्व हिंदू परिषद और दूसरा बजरंग दल। दोनों संगठनों ने एमएनएस के सीनियर नेता अजय शिंदे से मीटिंग की और फिर राज ठाकरे की महाआरती में शामिल होने का ऐलान किया। मई में राज ठाकरे के लिए 1, 3 और 5 तारीख बेहद अहम है।1 मई को औरंगाबाद में उनकी रैली है जिसकी प्रशासन से मंजूरी मिल गई है लेकिन 16 शर्तों के साथ उसके बाद 3 मई को एमएनएस कार्यकर्ता पूरे महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर महाआरती करेंगे और 5 मई को राज ठाकरे भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या जाएंगे।
सबकी निगाहें 3 मई पर टिकी हैं। जब राज ठाकरे और उनके समर्थक महाआरती करेंगे।ये तारीख राज ठाकरे की वो चेतावनी है जो उन्होंने 12 अप्रैल को ठाणे की रैली में दी थी। राज ठाकरे के अल्टीमेटम की मियाद पूरी होने से पहले एक ऐसी ख़बर आई है जो महाराष्ट्र के 3 दलों की गठबंधन सरकार और खासकर सीएम उद्धव के आवास मातोश्री में सियासी भूचाल ला सकती है।
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