Delhi: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को लोगों से संपत्तियों के विध्वंस का जश्न नहीं मनाने के लिए कहा है। साथ ही कहा कि ये दूसरों के साथ भी हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी और का घर गिरा हो तो जश्न मत मनाओ, बुलडोजर कभी भी तुम्हारे घर आ सकता है। तोड़फोड़ सही है तो स्वागत है। अन्याय हो तो बोलो। अगर आज उनके साथ हुआ है तो कल आपके साथ भी हो सकता है।
बुलडोजर से घरों के गिराने का जश्न ना मनाएं लोग- अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि अगर कानून और संविधान का शासन कमजोर है, तो सभी को किसी न किसी समय भुगतना पड़ेगा। देश कानून और संविधान से चलता है। उत्तर प्रदेश में 10 जून की हिंसा के कथित आरोपियों की संपत्तियों के विध्वंस पर बहस छिड़ गई है और बुधवार को अशोक गहलोत ने इस पर अपना बयान दिया।
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यूपी में 10 जून को हुआ था हिंसक प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक हुआ और लोगों ने पथराव किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार से कड़ी कार्रवाई की बात कही।
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प्रयागराज में 10 जून की हिंसा के कथित मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद के घर समेत राज्य के अलग-अलग शहरों में कथित दंगाइयों की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया था। वहीं विपक्षी नेताओं ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। हालांकि जावेद मोहम्मद के घर को ध्वस्त करने वाले प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कहा है कि घर को तोड़ा गया, क्योंकि इसे यूपी राज्य योजना और विकास नियम 1973 के प्रावधानों के खिलाफ बनाया गया था और ये अवैध निर्माण था।
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