उदयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवन के अखंड भारत के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा कि अखंड भारत तब बनेगा जब देश में सद्भाव, शांति एवं सौहार्द होगा। उन्होंने कहा कि देश के हालात ऐसे हैं कि यहां हिंदू भी संकट में है और दलितों से घोड़ी से उतारा जा रहा है। उतारने वाले भी हिंदू हैं और उतारे जाने वाले भी हिंदू है। गहलोत ने लोगों से शांति तथा सद्भाव की अपील करते हुए कहा कि भेदभाव और छुआछूत खत्म होगा तो तभी अखंड भारत बनेगा।
संघ प्रमुख के अखंड भारत वाले बयान पर अशोक गहलोत ने कहा, 'वे 'अखंड भारत' की बात करते हैं लेकिन (सरदार) पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने (आरएसएस) राजनीति में कभी भाग न लेने के लिए लिखित में दिया था, और कहा था कि वे केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे। आरएसएस गांधी, पटेल और अंबेडकर का इस्तेमाल कर रहा है... न तो जनसंघ, न अब बीजेपी, और न ही आरएसएस ने कभी उन पर विश्वास किया... वे केवल चुनाव जीतने के लिए अपना नाम लेते हैं।'
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गहलोत ने कहा कि देशभर में हो रही हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्र के नाम संदेश जारी करना चाहिए और ऐसी घटनाओं की आलोचना करनी चाहिए। हिंसा के आरोपियों पर हो रही बुल्डोजर कार्रवाई पर गहलोत ने कहा कि इस तरह मकान गिराने का हक किसी को नहीं है यह हक केवल कानून का है। उन्होंने कहा कि इस तह तो कानून का राज खत्म हो रहा है। दरअसल हाल ही में मध्य प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं के बाद सरकार ने आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवा दिया था।
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