जयपुर/नई दिल्ली : राजस्थान की सियासी लड़ाई में अगर संख्या की बात करें तो अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास 109 विधायक हैं। लेकिन सचिन पायलट खेमा का कहना है कि 84 विधायक अशोक गहलोत के साथ हैं। इसका अर्थ यह है कि एक की नजर में सरकार सुरक्षित है तो दूसरे की नजर में गहलोत अल्पमत में हैं। इन सबके बीच भारतीय ट्राइबल पार्टी ने अपने दो एमएलए को ह्विर जारी कर कहा है कि अगर विधानसभा में विश्वासमत का प्रस्ताव आता है तो वो सदन में मौजूद ना रहे।
यहां यह समझना जरूरी है कि दोनों विधायक गहलोत सरकार का समर्थन कर चुके हैं। इसके साथ ही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सेक्रेटरी चेतन दुदी का कहना है कि दोनों खेमे के विधायक कांग्रेस पार्टी के साथ हैं, वो न केवल सीएलपी की मीटिंग में थे बल्कि जिस जगह सभी लोग रुके हुए हैं वहां भी हैं।
सचिन पायलट के करीबियों का कहना है कि अशोक गहलोत के पास संख्या नहीं है। सीएम आवास का बागीचा बहुमत साबित करने की जगह नहीं है। विश्वासमत तो विधानसभा में हासिल किया जाता है। अगर वो नंबर का दावा करते हैं तो गिनती क्यों नहीं करा लेते। अच्छा यह होता कि वो विधायकों को राज्यपाल के सामने ले जाते न कि किसी होटल में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा का कहना है कि वो सचिन पायलट के साथ हैं।
राजस्थान में गहलोत सरकार से संकट फिलहाल टलता हुआ नजर आ रहा है। गहलोत के खेमे में कुल 109 विधायकों ने आमद दर्ज कराई। लेकिन बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की है। बीजेपी का कहना है कि एक ऐसी सरकार खुद को सत्ता में बने रहने का दावा कर रही है जिसमें अनेकों मतभेद हैं। जिस तरह से डिप्टी सीएम सचिन पायलट का दावा है कि 30 विधायक उनके साथ हैं उससे साफ हो चुका है कि गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है।
बैठक में पारित प्रस्ताव में बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि संकट के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया गया है और कहा गया है कि यह राजस्थान के 8 करोड़ लोगों का अपमान है, जिसे वे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी के प्रति अपना भरोसा जताया और कहा कि वे अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का सर्वसम्मति से समर्थन करते हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद विधायकों को बस से ले जाया जा रहा है। बैठक खत्म हो गई है, जिसके बाद विधायक वहां से निकले हैं। एक विधायक ने इस दौरान कहा- ऑल इज वेल। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सचिन पायलट को छोड़ 107 विधायक शामिल हुए।
राजस्थान में सियासी गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हो रही है। इस बीच सीएम गहलोत के मीडिया एडवाइजर ने कहा कि बैठक में 107 विधायक मौजूद हैं। इससे पहले सीएम गहलोत और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने विजयी मुद्रा भी बनाई थी। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इससे पहले कहा था कि गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं है। उनके पास पूर्ण बहुमत है।
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