जयपुर : सचिन पायलट सहित कांग्रेस के बागी विधायकों की याचिक पर राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है। इस बीच, कांग्रेस ने दावा किया है कि विधानसभा में उसके पास बहुमत है। सूत्रों का कहना है कि बागी विधायकों एवं सचिन पायलट पर हाई कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद कांग्रेस विधानसभा का सत्र बुला सकती है। वहीं, ऑडियो टेप मामले में राजस्थान पुलिस पायलट खेमे के विधायकों की तलाश कर रही है। निलंबित विधायक भंवरलाल शर्मा से पूछताछ करने के लिए राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने रविवार शाम मानेसर स्थित होटल पहुंची लेकिन उसे खाली हाथ लौटना पड़ा। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस इंद्रजीत मोहंती एवं जस्टिस प्रकाश गुप्ता की पीठ के समक्ष हो रही है। राजस्थान राजनीतिक संकट से जुड़े आज के प्रमुख घटनाक्रम इस प्रकार हैं-
सचिन पायलट ने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा-गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत ने सोमवार को सचिन पायलट पर सीधा हमला बोला। गहलोत ने कहा कि पायलट 21 साल की उम्र में सांसद बने और 34 वर्ष में पीसीसी के चीफ बने और अब वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'पार्टी की ओर से इतने अवसर दिए जाने के बाद भी वह साजिश में शामिल हुए। किसी ने पायलट को कुछ नहीं कहा लेकिन पायलट ने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा।' विधायक मलिंगा के सनसनीखेज दावे पर गहलोत ने कहा, 'ऐसा पहली बार सुना गया है कि पार्टी का अध्यक्ष अपनी ही सरकार को गिराने की साजिश में शामिल है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि अदालत से हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा क्योंकि बहुमत हमारे साथ है।
कांग्रेस विधायक मलिंगा का सनसनीखेज दावा
कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने सनसनीखेज दावा किया है। मलिंगा का दावा है कि सचिन पायलट ने खुद उन्हें पैसे की पेशकश की थी। मलिंगा का कहना है कि पायलट ने राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग करने के लिए कहा था। मलिंगा धौलपुर क्षेत्र से विधायक हैं। मलिंगा का दावा है कि पायलट ने उन्हें 35 करोड़ रुपए की पेशकश की थी।
मुझे एसओजी का नोटिस मिला : शेखावत
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मेरे निजी सचिव के जरिए मुझे नोटिस भेजा है। इस नोटिस में मुझसे अपना आवाज का नमूना देने और बयान दर्ज करने के लिए कहा गया है।
हाई कोर्ट में सिंघवी की दलील
कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ वकील सिंघवी ने राजस्थान के स्पीकर का पक्ष रखते हुए कहा कि बहुत सीमित ग्राउंड पर ही स्पीकर के आदेश को चुनौती दी जा सकती है लेकिन उन बागी विधायकों ने उन आधारों का अपनी अर्जी में उल्लेख नहीं किया है।
'कोर्ट स्पीकर के फैसले को चुनौती नहीं दे सकता'
कांग्रेस का पक्ष रखते हुए सिंघवी ने कोर्ट के समक्ष केशम फैसले का हवाला दिया। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अयोग्यता के बारे में स्पीकर के फैसले पर कोर्ट दखल नहीं दे सकता।
बागी विधायकों के साथ बात करने को तैयार : कांग्रेस प्रभारी
राजस्थान में कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि हाई कोर्ट से स्पीकर के पक्ष में फैसला आने के बाद भी पार्टी बागी विधायकों की समस्याओं पर बात करने के लिए तैयार है। विधायकों के पास स्पीकर के समक्ष खुद को पेश करने के लिए 21 जुलाई तक का समय है।
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