नई दिल्ली: राजस्थान में चुरू जिले के राजगढ़ थाना प्रभारी (एसएचओ) विष्णुदत्त विश्नोई ने शनिवार को अपने सरकारी क्वार्टर में आत्महत्या कर ली। विश्नोई का शव तड़के उनके सरकारी क्वार्टर में फंदे से झुलता मिला, जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप गया। बिश्नोई क्षेत्र के आमजन का चाहेते एसएचओ रहे हैं। जैसे ही उनकी मौत की खबर आई, उसी वक्त बड़ी संख्या में लोग राजगढ़ थाने के सामने जमा हो गए। विश्नोई की जाबांज और ईमानदार पुलिस अधिकारी की छवि रही है। वह 23 साल से पुलिस सेवा में अपना फर्ज निभा रहे थे। विश्नोई ने पिछले साल सितंबर 2019 को राजगढ़ थाने में सीआई का संभाला था।
विश्नोई ने लिखे दो सुसाइट नोट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आत्महत्या से पहले एसएचओ विश्नोई ने दो सुसाइड नोट लिखे थे। पुलिस ने उनके सरकारी क्वार्टर से ये सुसाइड नोट बरमाद किए। उन्होंने एक सुसाइड नोट अपने माता-पिता जबकि दूसरा एसपी के नाम लिखा। उन्होंने सुसाइड नोट में किसी पर भी आरोप नहीं लगाया है। माता-पिता के नाम से लिखे सुसाइड नोट में एसएचओ ने लिखा कि पता है ये कायरों का काम है, लेकिन मुझे माफ करना। वहीं, एसपी को संबोधित करते हुए उन्होंने लिखा कि माफ करना, मेरे चारों तरफ इतना प्रेशर बना दिया गया कि मैं तनाव नहीं झेल पाया। मैं बुजदिल नहीं था। बस तनाव नहीं झेल पाया।
सीआईडी को सौंपी जांच
सुसाइड नोट के आधार पर विश्नोई की मौत को प्रथमदृष्टया खुदकुशी का मामला बताया जा रहा है। हालांकि, डीजीपी भूपेन्द्र सिंह ने मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंप दी है। विश्नोई थाने में करीब 9 महीने से सीआई पद पर कार्यरत थे। इनके कार्यकाल में शराब तस्करी पर अंकुश लगा तथा साथ ही बेदाग छवि होने के कारण हरियाणा बॉर्डर के रास्ते होने वाले अपराधों में कमी आई। विश्नोई श्रीगंगानगर के रायसिंह नगर के लूणेवाला गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार बीकानेर में रहता है। उनके एक बेटा व एक बेटी है।
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