जयपुर: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत इन दिनों तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं। राजस्थान दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा किआंदोलनकारी किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और मांगें पूरी होने पर ही पीछे हटेंगे। उन्होंने दोहराया कि केंद्र को कृषि कानून वापस लेने चाहिए तथा एमएसपी पर कानूनी गारंटी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांगे नहीं मानी गईं तो 16 राज्यों की बिजली कट जाएगी।
हम तो हर मुद्दा उठा रहे हैं
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'आठ महीने और चलेगा, आगे की रणनीति फिर तय करेंगे। अभी गेंहू की कटाई चल रही है फिर चले जाएंगे। अपनी मच्छरदानी, अपनी खाट और अपना ट्रैक्टर। क्रांतिकारी लोग हैं राजस्थान के निकल लेंगे अब.. गांव- गांव में तोप हैं यहां तो.. लगेगी ट्रैक्टर पर तोप, क्यों नहीं लगेगी। अपने गांव की तोप, अपने गांव का ट्रैक्टर..हम तो हर मुद्दा उठा रहे हैं।' उन्होंने कहा कि किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और यह आंदोलन लंबा चलेगा।
कांग्रेस ढीली है
आंदोलन के विस्तार की बात करते हुए टिकैत ने कहा, 'ये जो संस्थान बेचे जा रहे हैं, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बेची जा रही है.. जिस आदमी ने कभी खिलौना नहीं बनाया, उसे हथियार बनाने के लिए दे दिए गए, तो यहीं तो विरोध है हमारा। यही तो आंदोलन हैं हमारा। 22 जनवरी को अंतिम बार बात हुई थी उन्होंने (सरकार) ने कहा कि हम 18 महीने कानूनों को होल्ड पर रख सकते हैं अगर आपको बात माननी है बताइए, हमने कहा बात नहीं माननी है। हमें तो ये कानून खत्म करवाने हैं। कांग्रेस ढीली है, नहीं तो ऐसी तैसी होती क्या..देश में विपक्ष जो है वो कमजोर है, उसे जितना रोड़ा रोका हाउस में करना चाहिए वो कर नहीं रहा है, वो डर रहा है इनसे, उसे निकलना चाहिए। कांग्रेस को भी ले लेने दो फायदा..'
केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर करीब चार माह से चल रहे आंदोलन के बीच केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि कृषि आंदोलन के नेता जिस दिन चाहेंगे कि रास्ता निकालना है, उसी दिन समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘सरकार बातचीत के लिए तैयार है और समाधान चाहती है।’
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