करनाल: करनाल में किसानों और प्रशासन के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहा गतिरोध आखिर समाप्त हो गया है। टाइम्स नाउ नवभारत के संवाददाता प्रेरित कुमार ने इसे लेकर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait on Karnal Protest) से बात की। टिकैत ने कहा, 'अच्छा हुआ गतिरोध खत्म हो गया। हरियाणा का जो गतिरोध था वह चार-पांच दिन चला। उसमें प्रशासन से बातचीत हो गई और वह खत्म हो गया। उसमें नौकरी की बात हो गई, उसको छुट्टी की बात हो गई, न्यायिक जांच की बात हो गई, जो उसकी वीडियो चाहिए उसकी जांच हो जाएगी। मेन जो आंदोलन है उसका मुख्य फोकस दिल्ली पर है। वहां की जो कमेटी ने तय किया है उससे हम संतुष्ट हैं। यह फैसले कमेटी करती है। पंच फैसला करता है। जो फैसला हुआ है ठीक हुआ है। कमेटी संतुष्ट है तो पूरा संगठन संतुष्ट है।'
जब दिल्ली में चल रहे आंदोलन को लेकर टिकैत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'भारत सरकार के सामने हमारे दो मसले हैं अगर उसको सॉल्व कर देगी तो दिल्ली में भी आंदोलन खत्म कर देंगे। भारत सरकार जब भी बातचीत करना चाहेगी हम बात करने को तैयार हैं। हमारी कमेटी बातचीत करने को तैयार है। जिस मसले पर बातचीत करना चाहे कि हम बातचीत करेंगे। अब दिल्ली के दरवाजे भारत सरकार को खोलने हैं। वह जब दिल्ली बुलाएगी हम जाएंगे उसके बॉर्डर पर बैठे हुए हैं।'
टिकैत से जब आंदोलन की आगे की रणनीति को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'मुजफ्फरनगर में भी पंचायत हुई है और भी जगह पंचायतें होंगी पंचायत में देश के किसानों ने एक मैसेज दिया सारे जनता का धन्यवाद पूरे मुजफ्फरनगर का धन्यवाद। और भी मीटिंग होगी। किसानों की मीटिंग होगी। पंचायत की मीटिंग होगी। व्यापारी संगठनों के साथ मीटिंग होगी। सब जगह यह मीटिंग चलती रहेगी। हमारी कल भी बुंदेलखंड में मीटिंग है हमीरपुर में। देश की जनता को मैं यह कहना चाहूंगा कि आधा देश बिक चुका है आधा बिकना बाकी है। प्रधानमंत्री के बारे में हम देश की जनता को बताएंगे कि 2022 में आमदनी दुगनी करने की बात देश के प्रधानमंत्री ने की थी। हम उसका प्रचार करेंगे।'
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।