नई दिल्ली। पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम है। इस संबंध में तैयारियां जोरों पर है। राम मंदिर के पुराने मॉडल में मामूली संशोधन किये हैं। अब पांच शिखर होंगे और मुख्य शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी। राम मंदिर की थ्री डी इमेज जारी की गई है जो मंदिर के विहंगम नजारे को बताने के लिए पर्याप्त है। राम मंदिर को नागरा स्टाइल में बनाया जाएगा। उत्तर भारत के मंदिर आमतौर पर नागरा स्टाइल में ही बनाए जाते रहे हैं। मंदिर के मूल ढांचे में पहले तीन शिखरों की परिकल्पना की गई थी। लेकिन पंच तत्व के संदर्भ में इसमें दो और शिखर जोड़े गए हैं।
मंदिर निर्माण में लगेंगे करीब 3 साल
पीएम मोदी जब भूमि पूजन कर लेंगे उसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। लार्सेन एंड टूब्रो की टीम मशीनरी और निर्माण सामग्री के साथ निर्माण स्थल पर पहले से ही डेरा डाल चुकी है नींव रखने का काम तुरंत शुरू हो जाएगा. निर्माण पूरा होने में 3 से साढ़े तीन साल लगेंगे।
संशोधित मॉडल में क्या नया है
इसके पहले की डिज़ाइन 1988 में बनाई गई थी।
संशोधित डिजाइन के मुताबिक मंदिर की ऊंचाई 141 फीट से बढ़ाकर 161 कर दी गई है।
नई डिज़ाइन में में दो नए मंडप भी जोड़े गए हैं।
पिछली डिजाइन में जो पिलर और नक्काशी वाले पत्थर बनाए गए हैं, वो सब इस्तेमाल किए जाएंगे।
तीन अगस्त से ही अनुष्ठान
मंदिर भूमि पूजन से पहले वैदिक अनुष्ठान 3 अगस्त से शुरू हो जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी 32 सेकेंड के मुहुर्त में पीएम नरेंद्र मोगी 40 किलोग्राम की चांदी की ईंट नींव में रखेंगे। भूमि पूजन दो महीने पहले ही होना था, लेकिन कोरोनावायरस के चलते इसे टालना पड़ा था। भूमि पूजन के दिन और समय पर लेकर कांग्रेस की तरफ से ऐतराज भी जताया गया है।
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