Charminar Mosque : अब हैदराबाद स्थित चार मीनार की मस्जिद को लेकर विवाद सामने आ रहा है। कांग्रेस नेता राशिद खान ने चारमीनार स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी है जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ा विरोध किया है। भाजपा का कहना है कि राशिद खान राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह का मुद्दा उठा रहे हैं। तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता एनवी सुभाष का आरोप है कि खान मस्जिद में नमाज का मुद्दा उठाकर माहौल खराब करना चाहते हैं। खान ने कहा है कि चारमीनार में वीरान पड़ी मस्जिद को वह आबाद करना चाहते हैं।
'इबादतगाहों पर गलत दावा किया जा रहा है'
मंगलवार को मीडिया से बातचीत में खान ने कहा, 'आज गैर जिम्मेदार तरीके से इबादतगाहों पर गलत दावा किया जा रहा है। आप चाहे ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा, कुतुबमीनार, ताजमहला का मसला ले लीजिए। हर जगह पर गलत दावा किया जा रहा है। मेरा दावा सच्चा और हक पर आधारित है। मैं चारमीनार की मस्जिद को आबाद करना चाहता हूं। यह मस्जिद कई सालों से वीरान है। उसे आबाद करने के जज्बे के साथ मैं आगे बढ़ रहा हूं। यहां भाग्यलक्ष्मी मंदिर भी है। मैं गंगा-जमुनी तहजीब को मानने वाला हूं। भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा होनी चाहिए। हमें कोई ऐतराज नहीं है। साथ ही हमारे वीरान मस्जिद को आबाद करना चाहिए।'
खान की मांग का भाजपा ने किया विरोध
कांग्रेस नेता की इस मांग पर भाजपा प्रवक्ता सुभाष ने कहा, 'चारमीनार एक ऐतिहासिक स्मारक है। इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते हैं। भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसकी सुरक्षा के लिए यहां नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी। ऐसा पर्यटकों की सुविधा के लिए किया गया। चारमीनार में वर्षों से नमाज नहीं पढ़ी जा रही है। ऐतिहासिक स्मारकों पर नमाज पढ़ना कानून के खिलाफ है। चारमीनार स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा और मक्का मस्जिद में नमाज होती रही है। राशिद खान चारमीनार में नमाज का मुद्दा उठाकर लोगों को भड़काना और माहौल खराब करना चाहते हैं।'
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नमाज पढ़ने पर एएसआई ने लगाई है रोक
बता दें कि चारमीनार मस्जिद में नमाज पढ़े जाने की मांग को लेकर राशिद खान ने एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस मस्जिद का निर्माण कुतुब शाह वंश के पांचवें शासक मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने वर्ष 1591 में कराया। एएसआई ने वर्षों पहले इस मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी।
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