शरद पवार ने नहीं यशवंत सिन्हा ने बुलाई थी विपक्षी नेताओं की बैठक,चर्चा में आया राष्ट्र मंच,जानें इसके बारे में

देश
लव रघुवंशी
Updated Jun 22, 2021 | 21:10 IST

Rashtra Manch: यशवंत सिन्हा के नेतृत्व वाले राष्ट्र मंच के तहत आज कई विपक्षी नेताओं ने बैठक की। बैठक के बाद बताया गया कि भविष्य में किस तरह राष्ट्र मंच काम करेगा और कौन इसके साथ जुड़ेगा।

Yashwant Sinha
यशवंत सिन्हा  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • शरद पवार के आवास पर जुटे कई विपक्षी नेता और अन्य शख्सियत
  • विपक्षी नेताओं की बैठक को राष्ट्र मंच के बैनर तले समान विचार वाले लोगों के बीच एक संवाद बताया
  • TMC नेता यशवंत सिन्हा का यह गैर राजनीतिक संगठन भाजपा विरोधी विचार अभिव्यक्त करता रहा है

नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई। इसे लेकर कहा गया है कि बैठक शरद पवार ने बुलाई है, लेकिन बाद में एनसीप नेता माजिद मेमन ने बताया कि यह बैठक राष्ट्र मंच के प्रमुख यशवंत सिन्हा ने बुलाई थी और राष्ट्र मंच के सभी संस्थापक सदस्यों और कार्यकर्ताओं की मदद से बुलाई गई थी। कहा जा रहा है कि शरद पवार साहब बड़ा राजनीतिक कदम उठा रहे हैं और कांग्रेस का बहिष्कार किया गया है। यह गलत है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्र मंच की बैठक ढाई घंटे चली और कई मुद्दों पर हुई चर्चा। 

माजिद मेमन ने कहा, 'कोई राजनीतिक बहिष्कार नहीं है। हमने राष्ट्र मंच की विचारधारा को मानने वाले नेताओं को आमंत्रित किया है जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेता आ सकते हैं। कोई राजनीतिक भेदभाव नहीं है। मैंने व्यक्तिगत रूप से कांग्रेस सदस्यों को आमंत्रित किया। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा, मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी और शत्रुघ्न सिन्हा को आमंत्रित किया गया था। उनमें से कुछ ने वास्तविक कठिनाइयों को व्यक्त किया। यह धारणा गलत है कि कांग्रेस को छोड़कर एक बड़ा विपक्षी समूह बनने जा रहा है।' 

क्या भूमिका निभाएगा राष्ट्र मंच

उन्होंने कहा कि मीडिया में बताया जा रहा है कि राष्ट्र मंच की यह बैठक शरद पवार ने बीजेपी विरोधी राजनीतिक दलों को एकजुट करने के लिए की। यह पूरी तरह गलत है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बैठक पवार के आवास पर हुई लेकिन उन्होंने यह बैठक नहीं बुलाई। आज की बैठक में हमने चर्चा की कि राष्ट्र मंच देश में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक वातावरण को बेहतर बनाने में क्या भूमिका निभा सकता है। सुझाव सुने गए। जावेद साहब और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एपी शाह ने भी अपने विचार रखे। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था।

समाजवादी पार्टी के घनश्याम तिवारी ने बैठक के बाद कहा, 'आज की बैठक का सारांश यह है कि देश में एक वैकल्पिक विजन तैयार करने की जरूरत है, जो आम आदमी से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए मजबूत हो। राष्ट्र मंच ने देश के नागरिकों और संगठनों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक मजबूत दृष्टि देने के लिए एक टीम गठित करने के लिए यशवंत सिन्हा को नियुक्त किया है।' 

कौन-कौन होगा राष्ट्र मंच में शामिल

उन्होंने कहा कि राष्ट्र मंच एक 'मंच' होगा जिसमें देश के विकास और भविष्य के लिए दृष्टि रखने वाला हर कोई शामिल होगा, चाहे वह राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन या व्यक्ति हो। राष्ट्र मंच में भारत और विदेशों में वे लोग भी शामिल होंगे जो देश के बारे में सोचते हैं। हमने यह भी चर्चा की कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कैसे प्रभावित कर रही हैं, खासकर किसान और मध्यम वर्ग को। राष्ट्र मंच एक ऐसी जगह बनाएगा जहां हर कोई एक साथ आ सकता है और सरकार को आवाज दे सकता है। अगली बैठक अधिक लोगों को शामिल करने पर केंद्रित होगी।'

क्या है राष्ट्र मंच

2018 में तत्कालीन वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा ने राष्ट्र मंच लॉन्च किया था। सिन्हा ने लॉन्च इवेंट में सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था और उन्होंने कहा कि सरकार या किसी अन्य पार्टी की नीतियों का मुकाबला करने के लिए मंच का गठन नहीं किया गया है और स्पष्ट किया कि यह कभी भी एक राजनीतिक दल में परिवर्तित नहीं होगा।

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर