राज्यसभा चुनाव उम्मीदवार के नामों की घोषणा इस वजह से नहीं कर पा रही कांग्रेस?

देश
रंजीता झा
रंजीता झा | SPECIAL CORRESPONDENT
Updated May 27, 2022 | 16:20 IST

Rajya Sabha Polls 2022: झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस गठबंधन के साथ सरकार चला रही है... झारखंड के प्रभारी अविनाश पांडे के पिछले दिनों राज्य में मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद यह कयास लगने लगा कि कांग्रेस को जेएमएम में राज्यसभा सीट दे दी है>

reason behind Congress not announcing names of Rajya Sabha candidates
उम्मीदवारों के नाम तय करने में कांग्रेस को मुश्किल हो रही है। 

राज्यसभा की 57 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है जिसके लिए सभी पार्टी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रहे हैं, कई उम्मीदवारों ने नामांकन भी कर दिया है। कांग्रेस के लिहाज से देखा जाए तो पार्टी को राजस्थान और छत्तीसगढ़ से दो, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और तमिलनाडु से एक-एक सीट मिलने की उम्मीद है। तमिलनाडु की एक सीट कांग्रेस को डीएमके के समर्थन से मिल सकती है। इस तरह कांग्रेस के पास 9 सीट आ रही है। सीटें कम और उम्मीदवार ज्यादा यही कारण है की 31को नामांकन की आखिरी तारीख होने के बाद भी कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम पर फैसला नही ले पा रही।

झारखण्ड में एक सीट पर पेंच फंसता दिख रहा है 
झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस गठबंधन के साथ सरकार चला रही है... झारखंड के प्रभारी अविनाश पांडे के पिछले दिनों राज्य में मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद यह कयास लगने लगा कि कांग्रेस को जेएमएम में राज्यसभा सीट दे दी है... लेकिन सूत्रों के मुताबिक अब तक दोनों ही पार्टियों में सहमति नहीं बनी है, इसी कारण झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन-सोनिया गांधी के बीच दिल्ली में मुलाकात होनी है। झारखंड की 80 विधानसभा सीटों में 30 सीटें जेएमएम और 17 सीटें कांग्रेस के पास है ऐसे में अगर जेएमएम राज्यसभा चुनाव में अपना समर्थन कांग्रेस को नहीं देती तो सीट फंस सकती है। कांग्रेस की तरफ से झारखण्ड में तीन नेताओं के नाम प्रबल दावेदार के तौर पर चल रहे हैं जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, फुरकान अंसारी और डॉ अजय कुमार हैं।

राजस्थान में भी बाहरी उम्मीदवार के नाम पर हो सकती है बगावत 
2023 राजस्थान में विधानसभा चुनाव होना है जिसको देखते हुए प्रदेश के नेताओं की मांग है कि 2 राज्यसभा सीटों में उम्मीदवार प्रदेश का ही हो, लेकिन कांग्रेस आलाकमान को वरिष्ठ नेताओं को राज्यसभा भेजने के लिए राजस्थान और छत्तीसगढ़ के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। ऐसे में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा,राजीव शुक्ला,प्रवीण चक्रवर्ती जैसे नेताओं के लिए मुश्किल हो सकती है।

हरियाणा की एक सीट पर भी है टसल
2024 में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होना है और कांग्रेस के पास इस बार एक राज्य सभा सीट है..पिछली बार दीपेंद्र हुड्डा को पार्टी ने राज्यसभा पहुंचाया था, इस बार हरियाणा में एक सीट के लिए कई दावेदार हैँ। सूत्रों की माने तो हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुमारी शैलजा के इस्तीफे के बाद यह माना जा रहा था कि शैलजा को ही कांग्रेस हरियाणा से राज्यसभा भेजेगी लेकिन दलित प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि एक दलित को ही फिर राज्यसभा कैसे भेजा जाए? वही कम्युनिकेशन विभाग के प्रमुख रणदीप  सुरजेवाला भी आस लगाए बैठे हैं। हरियाणा की नई टीम बनाने के बाद नाराज कुलदीप विश्नोई भी आलाकमान के फोन के इंतजार में हैं।

महाराष्ट्र में बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा लगी है दांव पर 
पूर्व केंद्रीय मंत्री और संगठन के माहिर मुकुल वासनिक एक बार फिर महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में है। महाराष्ट्र में महा अगाडी गठबंधन को तीन सिटी मिल रही है जिसमें एक एनसीपी दूसरा शिवसेना और तीसरी कांग्रेस के पास। मुकुल वासनिक के अलावा, अविनाश पांडे,  संजय निरुपम भी प्रबल दावेदार देखे जा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ की 2 सीटों पर जल्द होगा फैसला
राज्यसभा उम्मीदवार के नामों की घोषणा में हो रही देरी पर छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से टाइम्स नाउ  नवभारत में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि कल सोनिया गांधी के साथ छत्तीसगढ़ के नेताओं की अहम बैठक है। उसके बाद कांग्रेस अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर देगी,पुनिया ने ये भी कहा, उम्मीदवारों की दावेदारी अपनी जगह है  लेकिन कांग्रेस आलाकमान का फैसला अंतिम होगा।

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