नई दिल्ली: NEET PG Counselling 2021 में हो रही देरी को लेकर डॉक्टरों ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। दिल्ली में विभिन्न अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने आज स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने प्रदर्शन किया। निर्माण भवन के सामने बड़ी संख्या में रेजीडेंट डॉक्टर एकत्रित हुए और हाथों में तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की और सरकार से मांगों को तुरंत हल करने को कहा। TimesNow Navbharat की रिपोर्ट देखने के बाद 3 डॉक्टरों को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बातचीत के लिए अंदर बुलाया।
इस हड़ताल में केंद्र सरकार के तहत आने वाले एम्स, अंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, हिंदूराव अस्पताल, कस्तूरबा गांधी अस्पताल और डीडीयू अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर हिस्सा ले रहे हैं। रेजीडेंट डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाओं समेत सभी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया है जिससे सोमवार को लगातार चौथे दिन स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। ‘फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (फोरडा) ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है।
सफदरजंग आरडीए के महासचिव डॉ. अनुज अग्रवाल ने कहा, ‘मंत्री के साथ ही कुछ अधिकारियों ने मौखिक रूप से हमें आश्वासन दिया था कि एक हफ्ते के भीतर अदालत में ईडब्ल्यूएस रिपोर्ट सौंपी जाएगी और तत्काल आधार पर मामले की सुनवाई की जाएगी। लेकिन वे मामले को सूचीबद्ध नहीं करा पाए।’ रेजीडेंट डॉक्टरों ने सरकार पर झूठा आरोप देने का वादा लगाया है। प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों के हाथ में 'पहले हम पर फूल बरसाए, अब हमको FOOL बनाया' जैसे पोस्टर थे।
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