नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से केंद्र सहित तमाम राज्य सरकारें परेशान हैं। खबर लिखे जाने तक भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 867 हो चुकी है। वहीं 86 लोग अभी तक ठीक होकर घर जा चुके हैं जबकि 25 लोगों की इस जानलेवा वाटरस की वजह से मौत हो चुकी है। लगातार बढ़ रहे कोविड 19 के संक्रमण को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन किया हुआ है। इन सबके बीच यूपी के सीतापुर में एक गांव वाले 'कोरोना' नाम से ही परेशान है और उन्हें लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कर रहे हैं भेदभाव का सामना
दरअसल उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक गांव का नाम ही 'कोरोना' है और इस वजह से वहां के लोगों को अब मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना गांव के निवासी बताते हैं कि जब से यह कोरोना वायरस देश में फैला है तब से उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। गांव में राजन नाम के एक शख्स ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जब हम लोगों को बताते हैं कि हम कोरोना (गांव) से हैं, तो वे हमसे बचते हैं। वे यह नहीं समझते कि यह एक गाँव है, वायरस से संक्रमित व्यक्ति नहीं।'
सीतापुर के दूसरे गांव का हाल
आपको बता दें कि जब पीएम मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान किया तो सीतापुर के ही एक गांव के लोगों ने उसका इस कदर पालन किया जो दूसरों के लिए एक मिसाल है। दरअसल सीतापुर के बम्हेरा गांव में ग्रामीणों ने पूरे गांव को चारों ओर से लॉकडाउन किया हुआ है औऱ किसी बाहरी शख्स को वहां आने की अनुमति नहीं है। ग्रामीणों का मानना है कि इस तरह से वो कोरोना के खिलाफ जारी जंग में विजय पा सकते हैं। ग्रामीणों की मानें तो यहां यह लॉकडाउन पूरे 21 दिन जारी रहेगा।
यूपी में बढ़ रहे हैं मामले
दरअसल उत्तर प्रदेश में अभी तक 56 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 10 लोग ठीक हो कर घर भी जा चुके हैं जबकि एक शख्स की इस वायरस की वजह से जान जा चुकी है। सबसे ज्यादा मामले यूपी में नोएडा से आ रहे हैं जहां लगभग हर रोज कोई ना कोई मामला सामने आ रहा है। प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए कई एहतियाती उपाय किए हुए हैं।
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