नई दिल्ली। क्या कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के बाहर का कोई शख्स संभालेगा। यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस संबंध में दो बयान आए थे। पहला शशि थरूर की तरफ से था जब उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कमान बाहरी व्यक्ति के भी हाथ में होनी चाहिए। इसके ठीक बाद प्रियंका गांधी ने भी कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष गांधी परिवार से अलग होना चाहिए। इस संबंध में जब उनके पति राबर्ट वाड्रा से पूछा गया क्या वो कांग्रेस के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं तो उनका जवाब कुछ यूं था। उन्होंने कहा वो तो पार्टी का सामूहिक फैसला होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर वाड्रा ने यूं दिया जवाब
वाड्रा से जब गैर गांधी परिवार से अध्यक्ष के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि परिवार मिलजुल कर पार्टी की बेहतरी के लिए काम करेगा। यह मतलब नहीं है कि पार्टी के अध्यक्ष पद पर किसी शख्स का संबंध गांधी परिवार से है या नहीं। देश के लिए हम सब राजीव जी और सोनिया जी के सपनों को लेकर आगे बढ़ेंगे। परिवार, केवल पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए ही नहीं है बल्कि देश के हर नागरिक का विकास हो उसके लिए कृतसंकल्पित है।
पार्टी के अध्यक्ष के बारे में जो फैसला लिया जाएगा निश्चित तौर पर वो देशहित को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।
जानकारों की राय
दरअसल, 2014, 2019 में कांग्रेस की हार के बाद एंटनी कमेटी ने अपने निष्कर्ष में कहा था कि अल्पसंख्यक समाज के प्रति ज्यादा प्रेम की वजह से हिंदू मतदाता कांग्रेस के लिए उदासीन हो गए और इस संबंध में पार्टी को गंभीरता से सोचना चाहिए। इस विषय पर पार्टी के बीच मंथन हुआ लेकिन इसके साथ साथ राहुल गांधी के खिलाफ भी आवाज उठने लगी। राहुल गांधी ने पार्टी की कमान को छोड़ दिया और सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष बनीं। इसी बीच इस तरह की बातें सामने आने लगीं कि अब कांग्रेस अध्यक्ष पर गैर गांधी परिवार को भी आना चाहिए। अब वाड्रा के इस जवाब पर जानकार कहते हैं कि वाड्रा का कांग्रेस अध्यक्ष के लिए ताजपोशी किसी तरह व्यवहारिक नहीं है। लेकिन राजनीति में कुछ भी संभव है।
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