नई दिल्ली: पंजाब के मोहाली स्थित पुलिस इंटेलिंजेंस ऑफिस के बाहर धमाका हुआ है, रॉकेट जैसी चीज गिरने के बाद ब्लास्ट की आवाज सामने आई, इससे हड़कंप मच गया, आशंका जताई जा रही है कि कहीं ये आरपीजी हमला (RPG Attack) तो नहीं हुआ है, हालांकि ये कहना अभी जल्दबाजी होगा क्योंकि मामले की गहन जांच की जा रही है।
इस घटना में अब तक किसी जान के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है लेकिन धमाका तीव्र था जिससे आस-पास हड़कंप मच गया और अफरा-तफरी दिखाई दी, साथ ही अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया कि ये आतंकी हमला है या ये ग्रेनेड लांचर से किया अटैक है, फिलहाल मामले की माइक्रो लेबल पर जांच की जा रही है कैसे बेहद सुरक्षित इलाके में ये घटना हुई।
मोहाली के पुलिस इंटेलिंजेंस ऑफिस में धमाके के बाद जो तस्वीर सामने आई है उसमें देखा जा सकता है कि कैसे शीशे टूटे हैं और बिल्डिंग को भी थोड़ा नुकसान पहुंचा है, कहा जा रहा है कि ऐसा रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड यानी (RPG) अटैक में होता है जब किसी लक्ष्य को भेदकर निशाना लगाकर राकेटनुमा विस्फोटक छोड़ा जाता है, इस बात की तस्दीक यहां पर मिली राकेटनुमा चीज भी कर रही है, उधर पंजाब पुलिस ने इसे आतंकी घटना के तौर पर पुष्टि नहीं की है और इन्वेस्टिगेशन की बात कह रही है, मौके पर फॉरेंसिक टीम भी सबूत इकट्ठा कर रही है।
मोहाली में हुए धमाके की गूंज काफी दूर तक गई है, और राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मोहाली धमाके पर रिपोर्ट तलब की है, ताकि स्थिति साफ हो सके कि ये कैसा धमाका था और क्या इस्तेमाल किया गया था।
शब्द "रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड" (Rocket Propelled Grenade) रूसी परिवर्णी शब्द से एक संक्षिप्त नाम है, जिसका अर्थ है "हैंडहेल्ड एंटी-टैंक ग्रेनेड लॉन्चर", प्रारंभिक रूसी डिजाइनों को दिया गया ये नाम है। एक रॉकेट-चालित ग्रेनेड (RPG) एक कंधे से दागा गया मिसाइल हथियार है जो एक विस्फोटक वारहेड से लैस रॉकेट लॉन्च करता है। अधिकांश आरपीजी को एक व्यक्तिगत सैनिक द्वारा ले जाया जा सकता है, और अक्सर टैंक विरोधी हथियारों के रूप में उपयोग किया जाता है।
ये हथियार एक रॉकेट मोटर से जुड़े होते हैं जो आरपीजी को लक्ष्य की ओर ले जाते हैं और उन्हें पंखों के साथ उड़ान में स्थिर किया जाता है। कुछ प्रकार के आरपीजी नए रॉकेट-चालित हथगोले के साथ पुनः लोड करने योग्य होते हैं, जबकि अन्य एकल-उपयोग वाले होते हैं, आरपीजी आम तौर पर सामने से लोड किए जाते हैं।
लांचर को छोड़ने वाले ग्रेनेड का अचानक त्वरण एक पीजोइलेक्ट्रिक फ्यूज को ट्रिगर करता है जो प्राइमर (Pyro-retarding Gunpowder Mixture) को प्रज्वलित करता है। यह तब नाइट्रो के स्क्वीब को प्रज्वलित करता है, जिससे रॉकेट प्रोपल्शन सिस्टम को ग्रेनेड को उसके बाकी प्रक्षेपवक्र को ले जाने के लिए सक्रिय किया जाता है।
उच्च-विस्फोटक एंटी-टैंक (HEAT) वॉरहेड वाले आरपीजी हल्के बख़्तरबंद वाहनों जैसे बख़्तरबंद कर्मियों के वाहक (APC) और बख़्तरबंद कारों के खिलाफ बहुत प्रभावी हैं। हालांकि, आधुनिक, भारी-बख्तरबंद वाहन, जैसे कि उन्नत एपीसी और मुख्य युद्धक टैंक, आम तौर पर बहुत अच्छी तरह से संरक्षित होते हैं एक आरपीजी द्वारा प्रवेश किया जा सकता है, जब तक कि वाहन के कम बख्तरबंद वर्गों का शोषण नहीं किया जाता है। विभिन्न आयुध भी कमजोर प्रणालियों और अन्य निहत्थे लक्ष्यों को द्वितीयक नुकसान पहुंचाने में सक्षम हैं।
वहीं इस मामले के विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हथियार अफगानिस्तान आदि स्थानों पर ज्यादातर देखे जाते हैं, और अगर यहां इस तरह के हथियार (Weapons) का अगर इस्तेमाल हुआ है तो यह खासी चिंता का सबब है क्योंकि इनकी मारक क्षमता खासी घातक है।
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