हैदराबाद : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू एवं राष्ट्रहित पर बड़ा बयान दिया है। हैदराबाद में बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि देश में प्राथमिकता 'हिंदू हित एवं राष्ट्रीय हित' की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य जो भाषा एवं जाति के हित हैं वे दूसरे स्थान पर आते हैं। हमें आपस में उलझाने वाली चीजों के बारे में नहीं पड़ना चाहिए। हमें मर्यादा के साथ जीवन जीना है।
'कोई हमारे सामने टिक नहीं सकता'
उन्होंने कहा, 'हमारा सामर्थ्य इतना है कि कोई हमारे सामने टिक नहीं सकता...उन्होंने हमें मिटाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हुए...अगर हमें समाप्त होना होता तो पिछले 1000 साल में हो गए होते...लेकिन हमारी 5000 वर्षों की सनातन परंपरा अक्षुण्ण है।'
देश में अभी भी 80 प्रतिशत हिंदू हैं-भागवत
भागवत ने आगे कहा, 'इतने हमले एवं बर्बरता झेलने के बावजूद देश में अभी भी 80 प्रतिशत हिंदू हैं। देश पर जो शासन कर रहे हैं और राजनीतिक दल चला रहे हैं उनमें से ज्यादातर हिंदू हैं। यह हमारा देश है। देश में मंदिर बनाए जा रहे हैं। हमारी परंपरा ने जो हमें सिखाया है वह महत्वपूर्ण है।'
कार्यक्रम में एमपी के सीएम भी मौजूद थे
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी समारोह में शामिल होने के लिए हैदराबाद पहुंचे थे। इस दौरान मोहन भागवत के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी को हैदराबाद में रामानुजाचार्य की 216 प्रतिमा का अनावरण किया। 216 फीट ऊंची प्रतिमा को 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' नाम दिया गया है। 45 एकड़ में बनी यह प्रतिमा हैदराबाद के शमशाबाद में स्थित है।
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