राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत सात दिवसीय दौरे पर मंगलवार शाम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंच चुके हैं। इस दौरान वह संघ से प्रेरित संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय बैठक में भाग लेंगे।उन्होंने कहा कि आरएसएस से प्रेरित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों का तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक 10 सितंबर से रायपुर में होगा। इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
रायपुर में संघ के दिग्गज
रायपुर हवाईअड्डे के सामने जैनम मानस भवन में होने वाली समन्वय बैठक की योजना तैयार करने के लिए भागवत, होसबले समेत अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी बुधवार से शुरू होकर अगले तीन दिनों तक बैठक करेंगे। यह पहली बार है कि आरएसएस से जुड़े निकायों की अखिल भारतीय समन्वय बैठक छत्तीसगढ़ में होगी जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। समन्वय बैठक में संबंधित संगठनों की गतिविधियों से संबंधित जानकारी साझा करने के अलावा चर्चा की जाएगी। पर्यावरण, पारिवारिक जागरूकता और सामाजिक समरसता से संबंधित विषयों पर समन्वित प्रयास की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और वैचारिक क्षेत्रों, अर्थव्यवस्था, सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
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क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि आएसएस में यह सतत प्रक्रिया है। इसे सिर्फ चुनावों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। जहां तक चुनाव की बात है तो यह बात सच है कि करीब 15 वर्ष तक शासन करने के बाद बीजेपी 2018 में सत्ता से बाहर हो गई। निश्चित तौर पर यह संघ के लिए चिंता की बात होगी, हालांकि राजनीति में संघ का सीधे तौर पर दखल नहीं है। इस बैठक को सिर्फ 2023 के संदर्भ में नहीं देखना चाहिए इसके जरिए संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं में और जोश भरने पर बल दिया जा रहा है।
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