नई दिल्ली : यूक्रेन पर गहराते संकट के बीच भारत में रूस के चार्ज द अफेयर्स का बड़ा बयान आया है। उन्होंने न सिर्फ यूक्रेन पर रूस के हमले से इनकार किया और पश्चिमी देशों पर तनाव भड़काने का आरोप लगाया, बल्कि भारत के साथ रिश्तों पर भी बात की और कहा कि दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि रूस इस मसले पर एक सम्मानजनक बातचीत का पक्षधर है।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के दो प्रमुख इलाकों दोनेत्स्क और लुहांस्क को स्वतंत्र राज्य के तौर पर मान्यता देने वाले आदेश-पत्र पर हस्ताक्षर के बाद पश्चिमी देशों से रूस का तनाव बढ़ गया है। अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने रूस के इस फैसले के बाद उसके खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया है। भारत पूरे मामले में सभी पक्षों से लगातार कूटनीतिक समाधान की अपील कर रहा है।
यूक्रेन पर गहराते संकट और बढ़ते तनाव के बीच भारत में रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन का बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि रूस बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यह सम्मानजनक होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रूस ने यूक्रेन पर कोई हमला नहीं किया है, बल्कि यहां अमेरिका का प्रभाव बढ़ रहा है। उन्होंने NATO पर यूरोप में तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया और कहा कि रूस के बगैर यूरोप में स्थिरता नहीं आ सकती।
यूक्रेन संकट पर UN प्रमुख का बड़ा बयान, सबसे बड़े खतरे के दौर से गुजर रही है दुनिया
भारत में रूस के चार्ज द अफेयर्स ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देश रूस को लगातार धमकी दे रहे हैं। यूक्रेन में 2014 में हुए जनमत संग्रह का हवाला देते हुए बाबुश्किन ने कहा, 'हमने 7 साल इंतजार किया। हम अब भी बातचीत के लिए तैयार हैं। लेकिन यह सम्मानजनक होनी चाहिए।' भारत के साथ रूस के रिश्तों को लेकर उन्होंने कहा, 'हमारा पुराना रक्षा सहयोग है, जो जारी रहेगा।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, भारत और रूस एक-दूसरेर को धमकी नहीं देते, बल्कि एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं।
रूस की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि दोनेत्स्क और लुहांस्क को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के उसके फैसले के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने रूसी समकक्ष के साथ होने वाली बैठक रद्द करते हुए कहा है कि रूस ने यूक्रेन पर हमले की शुरुआत कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने दुनिया के देशों से रूस को इसके लिए दंडित करने का आह्वान करते हुए उसके खिलाफ पूरी आर्थिक शक्ति से जवाब देने को कहा है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।