नई दिल्ली: रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन से कई परेशान करने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। पूर्वी यूरोपीय देशों में फंसे छात्रों समेत भारतीय नागरिकों की स्थिति ने डरा दिया है। ऐसा ही एक वीडियो ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो क्लिप में एक लड़की को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाते हुए दिखाया गया है। दरअसल, इस वीडियो के जरिये दावा किया गया है कि यूक्रेन में रूसी सैनिक भारतीय लड़कियों को उठाकर ले गए।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखने वाली गरिमा मिश्रा ने कहा कि वह और अन्य यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसी हुई हैं, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि वह रूसी सैनिकों से घिरी हुई है। वीडियो कब का है इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन यह संभवत: 27 फरवरी को सोशल मीडिया पर दिखाई दिया। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने 1 मार्च को घोषणा की थी कि सभी भारतीय कीव छोड़ चुके हैं। यह वीडियो वायरल हो गया है।
वीडियो में गरिमा ने दावा किया कि छात्रों ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया था, लेकिन कोई भी मदद नहीं कर रहा है, और मुझे नहीं पता कि हमें कोई सहायता मिलेगी या नहीं। इसके अलावा, उसने कहा कि उन्होंने बस, ट्रेन या कार से उस जगह को छोड़ने पर भी विचार किया, लेकिन एक घटना ने उसका हौसला तोड़ दिया। उस घटना को याद करते हुए जो उसे एक दोस्त ने बताई थी, उसने कहा कि कीव से बस या कैब से जा रही भारतीय लड़कियों को रूसी सैनिकों ने उठा ले गया।
मिश्रा ने कहा कि मेरे दोस्त ने हमें बताया कि रूसी सेना ने छात्रों को डराने के लिए शूटिंग शुरू कर दी। उसने कहा, रूसी सैनिक भारतीय लड़कियों को बाद में ग्रुप से दूर ले गS और लड़कों को पीछे छोड़ दिया। कोई नहीं जानता कि लड़कियां कहां हैं।
बाद में, छात्र ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से युद्धग्रस्त देश से उन्हें बचाने की अपील की। फूट-फूट कर रोने के बाद गरिमा ने कहा कि वे ऐसी फिल्में देखते थे जिनमें भारतीयों को निकाला जाता था और हमने हमेशा सोचा था कि हमारे साथ भी ऐसा ही होगा। लेकिन अब हमें नहीं लगता कि हम बचेंगे। गरिमा ने निवेदन किया, "सरकार... कृपया हमें बचाएं, कृपया भारतीय सेना भेजें।" गरिमा ने हाथ जोड़कर कहा कि जो लोग देख रहे हैं, कृपया वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर बताएं।" "जय हिंद!, जय भारत!"
गरिमा मिश्रा के दावों की प्रामाणिकता को सत्यापित नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसने निश्चित रूप से सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी, कई लोगों ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
(डिस्क्लेमर: टाइम्स नाउ नवभारत इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है)
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