नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद मीडिया के सामने आए सचिन पायलट ने कहा, 'पिछले कुछ समय से कुछ विधायक दिल्ली में थे, कुछ ऐसे मुद्दे थे जिन पर हम प्रकाश डालना चाहते थे। मैंने वह किया। मैं शुरू से कह रहा हूं कि ये सभी चीजें सिद्धांत पर आधारित थीं। मैंने हमेशा सोचा कि पार्टी के हित में इन चीजों को उठाया जाना आवश्यक है।'
पायलट ने कहा, 'कई बातें कही गईं, मैंने बहुत सी बातें सुनीं। जो कुछ कहा गया उससे मैं हैरान था। मुझे लगता है कि हमें हमेशा संयम और विनम्रता बनाए रखना चाहिए। राजनीति में व्यक्तिगत द्वेष के लिए कोई जगह नहीं है। हमने 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद राजस्थान में सरकार बनाई थी।'
उन्होंने कहा कि पार्टी हमें पद देती है तो वापस भी ले सकती है। मुझे किसी पद की कोई इच्छा नहीं है लेकिन मैं चाहता था कि हमारा स्वाभिमान बरकरार रहे। मैंने 18-20 साल से पार्टी में योगदान दिया है। हमने हमेशा उन लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया है जिन्होंने सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।
सचिन पायलट ने कहा कि सोनिया गांधी जी ने हमारी सभी चिंताओं और शासन के मुद्दों को सुना जो हमने उठाए। कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा 3 सदस्यीय समिति का गठन एक स्वागत योग्य कदम है। मुझे लगता है कि सभी मुद्दों को हल किया जाएगा।
इससे पहले राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल ने सोमवार रात सचिन पायलट के साथ बैठक की। कांग्रेस का वार रूम कहे जाने वाले ‘15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड’ पर हुई बैठक में पायलट ने विस्तार से अपने मुद्दे रखे। उससे पहले पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी।
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