नई दिल्ली : कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के मौके पर 130 करोड़ भारतीयों को शुभकामनाएं दीं लेकिन देश की जनसंख्या 138 करोड़ से ज्यादा हो गई है। ऐसे में एनआरसी पर चर्चा एवं नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के लागू होने के बाद आठ करोड़ आबादी को छोड़ देना लोगों को चिंतित कर रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर ‘चूक’अनजाने में हुई तो ‘सुधार करने से लोगों को आश्वासन’मिलेगा।
कांग्रेस नेता ने यूएन के डाटा का हवाला दिया
थरूर ने गुरुवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'राम मंदिर के भूमि पूजन के मौके पर पीएम मोदी ने जब लोगों को संबोधित किया तो उन्होंने 130 करोड़ भारतीयों को बधाई दी लेकिन संयुक्त राष्ट्र के डाटा में भारत की आबादी मध्य 2020 में 1,38,00,04,385 होने का अनुमान जताया गया है। सीएए/एनआरसी के बाद आठ करोड़ लोगों को भूल जाना कइयों के लिए चिंता की बात है।'
पीएम ने पांच अगस्त को किया 'भूमि पूजन'
पीएम मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन और उसका शिलान्यास किया। इसके साथ ही भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के कार्य का शुभारंभ हो गया। इस मौके पर वहां मौजूद अतिथियों एवं साधु संतों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कई पीढ़ियों ने स्वार्थ रहित होकर शताब्दियों तक राम मंदिर के निर्माण के लिए बलिदान दिया। उन्होंने कहा, 'मैं 130 करोड़ लोगों की तरफ से उनके इस बलिदान को नमन करता हूं। उनके इस बलिदान के चलते राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो पाया।'
ट्रस्ट ने पीएम को भेजा था न्यौता
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को अयोध्या केस में ऐतिहासिक फैसला सुनाया। शीर्ष अदालत ने मुस्लिम पक्ष एवं निर्मोही अखाड़ा की दलीलें खारिज करते हुए अपना निर्णय राम लला के पक्ष में दिया। कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करने के लिए सरकार को एक ट्रस्ट का गठन करने का आदेश दिया। कोर्ट के इस आदेश के बाद सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का गठन किया। राम मंदिर के निर्माण का दायित्य इस ट्रस्ट पर है। ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास करने के लिए पीएम मोदी को न्यौता भेजा जिसे उन्होंने स्वीकार किया।
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