पुणे : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवाजीराव पाटिल निलांगेकर का पुणे में निधन हो गया है। वह जून 1985 से लेकर मार्च 1986 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। महाराष्ट्र के लातूर जिले से ताल्लुक रखने वाले शिवाजीराव पाटिल निलांगेकर की गिनती कभी राज्य के कद्दावर नेताओं में होती थी। वह 91 वर्ष के थे और पिछले महीने ही कोरोना संक्रमण से उबरे थे।
निलंगेकर के परिजनों के मुताबिक, उन्हें पिछले महीने कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद पुणे के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चला था। चार दिन पहले ही उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। उनके परिवार से जुड़े नजदीकी सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता का निधन किडनी संबंधी समस्याओं के कारण हुआ। उनका अंतिम संस्कार आज (बुधवार, 5 अगस्त) ही उनके गृह नगर निलांगा में किया जाएगा।
पीएम मोदी ने शिवाजीराव पाटिल निलांगेकर के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट कर कहा, 'वह महाराष्ट्र की राजनीति के कद्दावर नेता थे। उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ राज्य की सेवा की और खास तौर पर किसानों व गरीबों के कल्याण को लेकर कई कदम उठाए। उनके निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार व समर्थकों के प्रति हैं। ओम शांति।'
निलांगेकर पर एमडी परीक्षा में पद का दुरुपयोग करते हुए बेटी की मदद का आरोप भी लगा। यह मसला बंबई हाईकोर्ट तक पहुंचा। अदालत ने भी इस मामले में फर्जीवाड़े की बात कही, जिस पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उनके पोते संभाजी पाटिल निलांगेकर बीजेपी विधायक हैं और महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकार में श्रम मंत्री रह चुके हैं।
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