Waliullah News: साल 2006 में वाराणसी में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में गाजियाबाद की अदालत ने दोषी वलीउल्लाह को फांसी की सजा सुनाई है। इन धमाकों में 28 लोगों की मौत हुई थी। कोर्ट ने संकटमोचन मंदिर में विस्फोट व दशाश्वमेध मार्ग पर बम बरामद होने के मामले में वलीउल्लाह को दोषी माना है। कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार को घेरा है। योगी सरकार के पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को ट्वीट कर सपा सुप्रीमो पर हमला बोला। सिंह ने सपा सरकार पर आतंकवादियों का तुष्टिकरण और उन्हें बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सपा सरकार वलीउल्लाह, शमीम सहित 15 विचाराधीन कैदियों को आरोपमुक्त करना चाहती थी। सिंह ने पूछा है कि क्या सपा सुप्रीमो बताएंगे कि क्या यह राष्ट्रीय हित में फैसला था?
सपा ने फर्जी केस वापस लेने का वादा किया था
2012 में अखिलेश सरकार सत्ता में आने से पहले अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि सरकार बनने पर वह देखेगी कि क्या आतंकी गतिविधियों में मुस्लिम युवकों को फंसाया तो नहीं गया है। उसने फर्जी केस में मुस्लिम नागरिकों को ऊपर से केस वापस लेने का वादा था। सरकार बनने पर अखिलेश सरकार की ओर से वाराणसी जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया था। इस पत्र में 14 बिंदुओं पर केस वापसी के बारे में राय मांग गई थी।
Varanasi blast: वाराणसी में 2006 में हुए धमाकों के दोषी आतंकी वलीउल्लाह खान को फांसी की सजा
हालांकि, इसके खिलाफ इलाहबाद हाई कोर्ट में कई याचिका दायर की गई थीं। इन अर्जियों में कहा गया कि आतंकी वारदातों के आरोपियों से यदि केस वापस लिया गया तो इससे गलत संदेश जाएगा और हिंसा को बढ़ावा मिलेगा। इस मामले में हाई कोर्ट ने अखिलेश यादव सरकार को फटकार भी लगाई।
सपा आतंकियों की पैरवी करती है-पूनावाला
वलीउल्लाह पर सपा सरकार के रुख पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी हमला बोला है। टाइम्स नाउ नवभारत के साथ बातचीत में पूनवाला ने कहा कि 'यह समाजवादी नहीं बल्कि समाजविरोधी पार्टी है। यह पार्टी आतंकियों की पैरवी करती है। आंतकियों के लिए सपा का दिल हमेशा धड़कता है।'
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