नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को सरकार से सवाल किया कि यदि चीन ने लद्दाख में हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है तो गलवान घाटी में हमारे 20 जवान शहीद क्यों हुए? कांग्रेस नेता ने कहा कि लद्दाख की सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं और सामरिक हलकों के जानकार भारतीय क्षेत्र में चीन की मौजूदगी से इंकार नहीं कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने यदि हमारी जमीन पर कब्जा किया है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसे स्वीकर कर लेना चाहिए, इसमें डरने और घबराने की जरूरत नहीं है।
सोनिया ने वीडियो जारी कर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए सोनिया गांधी की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि चीन ने हमारी जमीन पर एक इंच भी कब्जा नहीं किया तो देश जानना चाहता है कि हमारे 20 जवान शहीद क्यों हो गए? 'स्पीकअप फॉर ऑवर जवान' मुहिम के तहत जारी इस वीडियो संदेश में सोनिया ने कहा, 'ऐसे समय में जब भारत-चीन सीमा पर संकट जैसी स्थिति है तो ऐसे में केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला नहीं झाड़ सकती।'
सोनिया ने सैटलाइट तस्वीरों का जिक्र किया
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी का कहना है कि भारतीय क्षेत्र में कोई घुसपैठ नहीं हुई है लेकिन सामने आईं सैटेलाइट तस्वीरों को देखने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा लगता है कि भारतीय क्षेत्र में चीन की सेना ने घुसपैठ की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा, 'लद्दाख में हमारी जमीन को चीन से मोदी सरकार कब और कैसे लेगी? लद्दाख में क्या हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन चीन ने किया है? क्या सीमा पर जो स्थिति है उस पर प्रधानमंत्री देश को भरोसे में लेंगे?' उन्होंने कहा कि सरकार को सेना को पूरा समर्थन देना चाहिए और यही 'सच्चे अर्थों में देशभक्ति' होगी।
गलवान घाटी में 20 जवान शहीद हुए
बता दें कि गत 15 जून को गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इस टकराव के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। दोनों देशों ने एलएसी पर अपने सैनिकों में इजाफा कर दिया है। हालांकि, सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य एवं कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। भारत ने गलवान घाटी की घटना के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया है। भारत का कहना है कि चीन एकतरफा एलएसी पर यथास्थिति में बदलाव करने की कोशिश कर रहा था।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।