नई दिल्ली: कांग्रेस ने अपने चिंतन शिविर के आखिरी दिन रविवार को कई बड़े सुधारों वाले 'नवसंकल्प' मसौदे का अनुमोदन किया, जिसमें 'एक परिवार, एक टिकट' की व्यवस्था सबसे प्रमुख हैसाथ ही यह शर्त भी रखी गई है कि परिवार के किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट तभी मिलेगा, जब उसने संगठन के लिए कम से कम पांच साल तक काम किया हो।
वहीं चिंतन शिविर के आखिरी दिन बोलते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा कि हम इस साल गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर पर कन्याकुमारी से कश्मीर जोड़ो राष्ट्रीय यात्रा शुरू करेंगे। हम सभी, युवा और बूढ़े, भाग लेंगे। वहीं जन जागरण अभियान का दूसरा चरण जून के महीने से फिर से शुरू होगा। पार्टी के भीतर किए जाने वाले सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए एक कॉम्पैक्ट टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
सोनिया गांधी ने कहा- "हम मात देंगे!" यही समर्पण है, यही है नव संकल्प ("We will overcome!" That is the dedication, that is the Nav Sankalp)
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 'नवसंकल्प चिंतन शिविर' से पहले राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवा और सशक्तीकरण से संबंधित समन्वय समितियां गठित की थीं। इन समितियों की अलग-अलग बैठकों में 400 से अधिक नेताओं ने पिछले दो दिन में गहन मंथन किया और पार्टी के संगठन में सुधार तथा कई अन्य विषयों पर सुझाव दिए।
सूत्रों के अनुसार, 'एक परिवार, एक टिकट' की व्यवस्था सुनिश्चित करने के प्रावधान को मंजूरी देने के साथ ही पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यकों का संगठन में प्रतिनिधित्व बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने को भी स्वीकृति प्रदान की है।
उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए राहुल गांधी संबोधित करते हुए कहा कि हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। हमारी पार्टी में सभी को बात रखने का मौका मिलता है। बीजेपी में दलितों का अपमान होता है। 'बिना किसी झिझक सभी ने अपनी बात रखते हैं। दूसरी किसी पार्टी में लोकतंत्र नहीं है। उन्होंने नव संकल्प शिविर में कहा कि इस देश का कौन सा राजनीतिक दल इस प्रकार की बातचीत की अनुमति देगा? निश्चित तौर पर बीजेपी और आरएसएस ऐसा कभी नहीं होने देंगे। भारत राज्यों का एक संघ है, भारत के लोग संघ बनाने के लिए एक साथ आते हैं। हमें लोगों के साथ अपने संबंध को पुनर्जीवित करना होगा और यह स्वीकार करना होगा कि यह टूट गया था। हम इसे मजबूत करेंगे, किसी शार्ट-कट से ऐसा नहीं होगा, इसके लिए मेहनत की जरुरत है। राहुल गांधी ने कहा कि मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहना चाहता हूं कि आपको डरने की जरूरत नहीं है। यह देश सच में विश्वास रखता है। मैं जीवन भर आपके साथ हूं। और मैं आपके साथ यह लड़ाई लड़ने जा रहा हूं।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक आरंभ होने से पहले राजनीतिक मामलों की समन्वय समिति के संयोजक मल्लिकार्जुन खड़गे, सामाजिक न्याय संबंधी समन्वय समिति के संयोजक सलमान खुर्शीद, संगठन संबंधी समन्वय समिति के संयोजक मुकुल वासनिक ने अपनी-अपनी सिफारिशें पार्टी अध्यक्ष को सौंपी। इनके अलावा कृषि संबंधी समन्वय समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अर्थव्यवस्था संबंधी समन्वय समिति के प्रमुख पी चिदंबरम और युवा मामलों की समिति के संयोजक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी अपनी-अपनी सिफारिशें सोनिया गांधी को सौंपी।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।