नई दिल्ली। गुपकार गठबंधन इस समय चर्चा में है तो उसके पीछे वजह भी है। गुपकार से जुड़े नेता चाहे वो फारुक अब्दु्ल्ला हों या महबूबा मुफ्ती हर किसी ने नारा बुलंद किया है कि वो धारा 370 की वापसी के लिए संघर्ष करते रहेंगे और उस क्रम में विवादित बयान देते रहते हैं। हाल ही में जब महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वो तिरंगा नहीं उठाएंगी तो जनमानस ने विरोध किया और मुफ्ती को अपना बयान वापस लेना पड़ा। गुपकार गठबंधन को बीजेपी ने गुपकार गैंग का नाम दिया है और उस संबंध में बीजेपी के नेता और मंत्री निशाना साधते रहते हैं।
जो देश के खिलाफ उसे देशद्रोही ही बोलते हैं
अगर आप इन लोगों को देखें जिन्हें गुपकार गैंग का नाम दिया गया है, ये अलग-अलग रंग के लोग हैं। कुछ लोग सिर्फ स्वार्थ के लिए इसमें हैं। कुछ ऐसे हैं जो बहुत सालों से आतंकवादियों के हिमायती रहे हैं। ये अलग-अलग रंग के लोग हैं इनका कोई वजूद नहीं है जो देश के खिलाफ बात करता है, चाहे वो कांग्रेस का हो, चाहे PDP का हो, चाहे NC का हो, ऐसे लोगों को देशद्रोही ही बोला जाता है।
शिवराज सिंह चौहान और हिमंता बिश्वा शर्मा पहले ही साध चुके हैं निशाना
वी के सिंह से पहले मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ साथ असम के डिप्टी सीएम हिमंता बिश्वा शर्मा भी गुपकार गठबंधन के साथ साथ कांग्रेस पर निशाना साध चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुपकार में कोई ऐसा नेता नहीं है जो देश के खिलाफ ना बोलता हो और ऐसे बोलने वालों के खिलाफ जनता तय करे कि नरमी बरती जाए या सख्त रवैया अपनाया जाए। इसके अलावा हिमंता बिश्वा शर्मा ने कहा था कि आज के दौर में कांग्रेस ने खुद को गैर प्रासंगिक बना रखा है। ऐसे में कांग्रेस को जवाब देना होगा कि गुपकार गैंग से उसका रिश्ता क्या है।
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