नई दिल्ली : रेप केस में फरार चल रहे स्वामी नित्यानंद के बारे में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। स्वयंभू भगवान ने अपने लिए कथित रूप से एक अलग देश 'कैलासा' की घोषणा की है। नित्यानंद ने इस देश के बारे में अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है। 'कैलासा' के बारे में कहा गया है कि यह पृथ्वी पर सबसे बड़ा हिंदू राष्ट्र होगा। नित्यानंद ने 'कैलासा' के लिए अपना झंडा एवं प्रतीक चिन्ह भी बनाया है। वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 'कैलासा एक ऐसा देश है जिसकी कोई सीमा नहीं है और इसका निर्माण ऐसे हिंदुओं ने किया है जिन्होंने अपने देशों में हिंदुत्व का सही अर्थों में पालन करने का अधिकार खो दिया है।'
नित्यानंद के इस नए देश में हिंदुओं को मुफ्त में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और भोजन देने की बात कही गई है। यहां मंदिर एवं पूजापाठ अधारित जीवनशेली को पुनर्जीवित करने का दावा किया गया है। वेबसाइट पर देश 'कैलासा' की आबादी करीब 100 मिलयन (10 करोड़) बताई गई है। इस देश की भाषा अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक नित्यानंद ने इक्वाडोर के पास द्वीप खरीदकर 'कैलासा' देश बनाया है।
साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक इस वेबसाइट को 21 अक्टूबर 2018 को बनाया गया और इसे अंतिम बार 10 अक्टूबर 2019 को अपडेट किया गया। वेबसाइट का पंजीकरण पनामा में हुआ है और इसका आईपी अमेरिका के डलास में है। नित्यानंद का 'कैलासा' कहां स्थित है, इस बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
स्वामी नित्यानंद के देश भर में कई आश्रम हैं। वह नित्यानंद ध्यानपीठम के महंत हैं। इस पीठ की स्थापना उन्होंने की है। वेबसाइट पर दावा किया गया है कि उन्हें 12 साल की उम्र में 'ज्ञान' की प्राप्ति हुई। वेबसाइट की वीडियो में दावा किया गया है कि वह हिंदुत्व के आध्यात्मिक गुरु हैं और देश में उनके 47 केंद्र चलते हैं। नित्यानंद पर गुजरात में बच्चों को अगवा करने का आरोप है। इसके अलावा जून 2018 से वह रेप, अप्राकृतिक सेक्स और धोखाधड़ी केस का सामना कर रहे हैं।
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