नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा के वैसे तो कई अज्ञात खलनायक हैं जो कहीं छिपे बैठे हुए हैं। लेकिन एक तस्वीर आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर की आई जो पहली नजर में चीख चीख कर कहानी को बयां करती है। दोषी कौन निर्दोष कौन इसका फैसला तो अदालत करेगी। लेकिन नफरत की आग में विश्वास का धागा जल गया। आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या मामले में ताहिर हुसैन नामजद है। वो फरार है और पुलिस उसे ढूंढ रही है। इन सबके बीच बीजेपी संवाद की तरफ से ट्वीट किया गया है जो कुछ इस तरह है।
ताहिर हुसैन ने हिंसा से पहले आप के दिग्गज चेहरों से की थी बात
बीजेपी संवाद के ट्वीट में बताया गया है कि हिंसा के तीन दिन पहले तक ताहिर हुसैन ने अमानतुल्लाह खान को 56 बार, मनीष सिसोदिया को 18 बार और सीएम अरविंद केजरीवाल को 9 बार फोन किया था। ये बात अलग है कि बीजेपी संवाद के इस ट्वीट की प्रतिक्रिया अलग अलग तरह से आई। कुछ लोगों ने कहा कि आम आदमी पार्टी को दोष देने से बेहतर हैं कि बीजेपी खुद अपनी गिरेबां में झांके।
फिलहाल फरार है ताहिर हुसैन
बता दें कि ताहिर हुसैन के खिलाफ जब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी वो अपनी बेगुनाही के सबूत पेश कर रहा था। जिस शख्स के घर की छत पर तबाही का सामान स्टोर कर रखा हुआ था वो बहुत ही मासूमियत के साथ कहते हुए बच निकलने की कोशिश कर रहा था कि वो तो खुद हिंसा का शिकार होते होते बच गया। उसे नहीं पता कि उसके घर में वो कौन लोग दाखिल हुए जो उपद्रव कर रहे थे। ताहिर के घर की छत से न केवल पत्थर, बल्कि प्लास्टिक की थैलियों में केमिकल रखे हुए मिले।
जाफराबाद, मौजपुर में फैली थी हिंसा
दिल्ली में पिछले रविवार को जाफरबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरीस करावल नगर और भजनपुरा में हिंसा फैल गई थी। हिंसक भीड़ ने करोड़ों की संपत्ति को आग लगा दी तो एक दूसरे के दुश्मन बन गए। उसके बाद अफवाह की आग भी फैली। हिंसा की इन वारदातों पर जमकर सियासत भी हो रही है। संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा। यही नहीं इसके साथ कांग्रेस ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को खुद संसद में इस मुद्दे पर बयान देना चाहिए।
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