उत्कर्ष सिंह (डिप्टी न्यूज एडिटर, टाइम्स नाउ नवभारत)
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच की तल्खी बढ़ती जा रही है और इन दोनों के बीच की तल्खी में तेजस्वी यादव अपने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ खड़े दिख रहे हैं। दरअसल, ये पूरा विवाद शुरू हुआ है छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाने की वजह से। उनकी जगह गगन कुमार को छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। आकाश यादव को तेजप्रताप का करीबी बताया जाता है।
इस फैसले के बाद तेजप्रताप ने ट्विटर पर जगदानंद सिंह पर जमकर निशाना साधा। इस पर जगदानंद सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि वह (तेजप्रताप) नाराज थे। शायद उसे कोई गलतफहमी है। वह छोटी सी बात को बड़ा मामला बनाना चाहता है। कौन हैं तेज प्रताप? मैं तेज प्रताप के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। मैं लालू प्रसाद के प्रति जवाबदेह हूं, वह मेरे अध्यक्ष हैं। पार्टी के 75 सदस्यों में वह (तेजप्रताप) उनमें से एक हैं। क्या उनके पास पार्टी में कोई अन्य पद है?
तेजप्रताप ने चेताया
इस पर तेजप्रताप ने कहा, 'वह (राजद बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह) सोचते हैं कि यह उनकी पार्टी है। पार्टी संविधान का पालन नहीं किया गया, हमारे छात्र नेताओं को नोटिस क्यों नहीं जारी किया गया? तेज प्रताप यादव कौन हैं, यह कहकर क्या वह हमें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं? वे सिर्फ हमारी "कृष्ण-अर्जुन जोड़ी" को तोड़ना चाहते हैं। मैं अपने पिता लालू प्रसाद यादव से भी उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं, यदि कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो मैं किसी भी पार्टी की गतिविधियों में भाग नहीं लूंगा।' भड़के हुए तेजप्रताप यादव ने ये भी कह दिया कि लालू प्रसाद जी से पूछिए 'हू एम आई'।
आकाश यादव पर कारवाई के तुरंत बाद तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर जगदानंद सिंह को पार्टी संविधान का पाठ पढ़ा दिया और इशारों इशारों में तेजस्वी यादव को जगदानंद सिंह का सलाहकार तक बता दिया। यानी ये साफ है की अब तेजप्रताप चुप बैठने वाले नहीं है और आने वाले दिनों में राजद और लालू परिवार में ये विवाद और बढ़ने वाला है।
तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह को हिटलर कहा था
वहीं तेजप्रताप यादव से परेशान हो गए है उनके भाई तेजस्वी यादव। तेजप्रताप के रोज के बखेड़ों ने तेजस्वी की उड़ा दी है नींद। जी हां तेजप्रताप आए दिन अपने बयानों से पार्टी के लिए मुश्किल खड़े करते रहते हैं। चाहे स्वर्गीय रघुवंश प्रसाद सिंह को एक लोटा पानी बताने का मामला हो या फिर हाल में जगदानंद सिंह को हिटलर बोल देना, दरअसल 10 दिन पहले पटना स्थित राजद प्रदेश कार्यालय में आयोजित छात्र राजद के सम्मेलन में तेज प्रताप यादव ने राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर कहा था। इसके बाद से ही राजद बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह नाराज चल रहे थे। जगदानंद सिंह ने राजद कार्यालय आना तक छोड़ दिया था।
तेजस्वी की सहमति से हुई कार्रवाई?
बुधवार की शाम तेजस्वी यादव ने मोर्चा संभालते हुए जगदानंद सिंह से अपने आवास पर औपचारिक मुलाकात की। जहां दोनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई, फिर जगदानंद सिंह प्रदेश कार्यालय पहुंचे। जगदानंद सिंह ने यहां पहुंचते ही अपनी शक्ति का परिचय कराया और प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सांगठनिक बदलाव करते हुए छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष और तेजप्रताप के बेहद करीबी आकाश यादव को पद से हटा दिया। चूंकि तेजस्वी से मुलाकात के तुरंत बाद जगदानंद सिंह ने ये फैसला लिया तो ऐसे में ये साफ है कि तेजस्वी की इसमें सहमति रही होगी। चूंकि तेजप्रताप पर कारवाई करना संभव नहीं था तो छात्र राजद की बैठक आयोजित करने वाले पर ही कारवाई कर दी गई।
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