नई दिल्ली। मणिपुर में तलाशी अभियान के दौरान उग्रवादी गुट पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने घात लगाकर असम राइफल्स की एक यूनिट पर हमला किया जिसमें 3 जवान शहीद हो गए और चार जवान गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा है कि पीपल्स लिबरेशन के हथियारबंद आतंकियों ने एकाएक असम रायफल्स यूनिट के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी थी।
घात लगा कर आतंकी हमला
आतंकियों ने पहले IED विस्फोट किया और जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते रहे। इंफाल से करीब 100 किलोमीटर दूर इस वारदात को अंजाम दिया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में जवानों को भेजा गया है। ऐसा कहा जाता है कि PLA को चीन की तरफ से वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाती है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का अनुमान है कि चीन की शह पर पीएलए के आतंकी भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं। आतंकी संगठन की स्थापना 1978 में एन विशेश्वर सिंह ने की थी।
पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला
खोंगतल में सांय करीब 6.45 बजे एक पेट्रोल पार्टी वापस आने वक्त उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले की चपेट में आ गई।घटना भारत-म्यांमर सीमा से करीब 3 किलोमीटर दूर घटी। असम राइफल्स की टुकड़ी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास तीन दिनों के अभियान के बाद वापस अपने पोस्ट लौट रही थी।
आतंकियों की तलाश तेज
शहीद जवानों की पहचान हवलदार प्रणय कलिता, राइफलमैन वाई.एम. कोनयक और राइफलमैन रतन सलीम के रूप में हुई है। वहीं मामूली रूप से घायल पांच जवानों को सेना के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।सरकार ने बताया है कि अभी तक किसी भी उग्रवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसी उग्रवादी समूह की पहचान करने के लिए कार्य कर रही है, जिसने पट्रोलिंग पार्टी पर हमले किए हैं।
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