श्रीनगर : कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या करने वाला आतंकी मारा गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर इस हत्या का बदला लिया। दूसरे आतंकी की तलाश जारी है। हत्या की जांच के लिए एसआईटी गठन किया गया। गौर हो कि कश्मीर के बडगाम जिले में गुरुवार को एक सरकारी ऑफिस में घुसकर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी। 35 वर्षीय राहुल भट चादूरा के तहसील ऑफिस में प्रवासी कश्मीरी पंडितों के रोजगार के लिए दिए गए विशेष पैकेज के तहत तैनात थे। शाम करीब चार बजकर 30 मिनट पर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी तहसील कार्यालय में दाखिल हुए और भट को गोली मार दी। उस समय ऑफिस कर्मचारियों से भरा हुआ था।
राहुल भट्ट पिछले 7 महीने में दूसरे कश्मीरी पंडित हैं जिनकी हत्या आतंकवादियों द्वारा की गई है। इससे पहले प्रमुख दवा कारोबारी माखन लाल बिंदरु की छह अक्टूबर 2021 को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अगस्त 2019 से लेकर मार्च 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों सहित कुल 14 अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्या आतंकवादियों द्वारा की गई है।
आतंकवादियों द्वारा जिन लोगों को निशाना बनाया गया है उनमें कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के प्रमुख कारोबारी, सरपंच और ब्लॉक विकास परिषद के सदस्य शामिल हैं। अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने के बाद से कश्मीर में गैर मुस्लिमों और बाहर से आए लोगों पर हमले बढ़े हैं।
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राहुल भट्ट बडगाम के शेखपुरा स्थित प्रवासी कॉलोनी में रहते थे और आठ साल से सरकारी सेवा में थे। उनके परिवार में पत्नी, पांच साल बेटी और माता-पिता हैं। उनके पिता पुलिस अधिकारी पद से रिटायर हैं।
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