Times Now Summit 2020: कपिल सिब्बल ने की पीएम मोदी की तारीफ, लेकिन बोले- कांग्रेस ही एकमात्र राष्ट्रीय विकल्प

Times Now Summit 2020 में पहुंचे कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने टाइम्स नाउ के एडिटर इन चीफ राहुल शिवशंकर से देश की हालात पर अपनी बात कही। 

Kapil Sibal at Times Now Summit 2020
Kapil Sibal at Times Now Summit 2020  |  तस्वीर साभार: Times Now

नई दिल्ली : यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि टाइम्स नाउ समिट 2020 में टाइम्स नाउ के एडिटर इन चीफ राहुल शिवशंकर से 'Breaching the Modi Wall' विषय पर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों में लोकतंत्र का नेचर बदल गया है। कांग्रेस एकमात्र राष्ट्रीय विकल्प है। एक क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय विकल्प नहीं हो सकती। लेकिन कांग्रेस को खुद को मजबूत करने की जरूरत है। किसी राजनीतिक दल का कायाकल्प होने में समय लगता है। उन्होने कहा कि पीएम मोदी कैंपेन काफी बेहतर तरीके से करते हैं।

उन्होंने चुनाव में मिली हार पर कहा कि आत्मनिरीक्षण की जरूरत है। पार्टी को खुद रिइनवेंट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमने चुनाव नहीं जीता है, बुरा प्रदर्शन किया है। हम इसे स्वीकार करते हैं। हम फिर से आगे बढ़ने की उम्मीद करते हैं। हम सत्तारूढ़ सरकार के विपरीत लोकतंत्र की ओर हैं। CAA भेदभावपूर्ण है। 

 

 

उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है। लोकतंत्र विज्ञापन, फर्जी खबरों को लेकर है। लोकतंत्र का स्वरूप बदल गया है। सत्ता में बैठे लोगों को एक फायदा है। सोशल मीडिया विपक्ष का मंच बन गया है। इसलिए हम देखेंगे कि यह अगले 7-8 वर्षों में कहां जाता है। उन्होंने यह भी पूछा कि बीजेपी मलोकतांत्रिक कैसे है,  अकाली दल लोकतांत्रिक कैसे है? साथ ही उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी आइडियल का प्रतिनिधित्व करती है, तो आइडियल क्या है? क्या वोट शेयर राजनीति में बचा है? 

AAP के दिल्ली में जीतने के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि भगवा पार्टी द्वारा की कई कोशिशें ने काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि गोली मारो कैंपेन काम नहीं किया, आतंकवादी वाला कैंपेन ने काम नहीं किया। उन्होंने पूछा, AAP क्यों जीती? 2012 का कोलगेट घोटाला, अन्ना हजारे के आंदोलन के कारण दिल्ली में कांग्रेस का पतन हुआ। AAP जीत गई क्योंकि उन्होंने राजनीति की एक शैली का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें शुभकामनाएं। फ्री देने को लेकर चुनौती है जो उसने दी है। कम फंड होने के कारण उसे आने वाले वर्षों में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।


 

 

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