नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने हमें सबक दिया है कि देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में अगले 50 वर्षों के लिए कैसी तैयारी करनी है। टाइम्स नाउ समिट के दौरान टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर एवं टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में मंडाविया ने कहा कि देश में आयुष्मान भारत योजना चल रही है। इसके तहत 1.75 करोड़ लोगों को लाभ मिल चुका है। मोदी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए कई कार्यक्रम एवं योजनाएं चला रही है।
'स्वास्थ्य क्षेत्र की खामियां दूसरी लहर में सामने आ गईं'
इस सवाल पर कि क्या हमारी कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार हैं? इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम ने कभी नहीं कहा कि देश से कोविड चला गया है। पहली लहर के बाद भी कोरोना वायरस हमारे बीच में था। लोगों को कोविड अनुकूल व्यवहार करने का अनुरोध पीएम मोदी ने बार-बार किया। स्वास्थ्य क्षेत्र की खामियां दूसरी लहर में सामने आ गईं। इन खामियों को दूर करने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार शुरू हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया है। दूसरी लहर ने हमें सिखाया है कि हमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में कैसी संरचना तैयार करनी है।
'देश में रिकॉर्ड समय में तैयार हुआ कोरोना का टीका'
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी योजना प्रत्येक जिले में 100 बेड्स वाला ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर युक्त अस्पताल बनाने की है। ब्लॉक से लेकर जिले स्तर पर रिसर्च सेंटर बनाने की भी हमारी योजना है। भारत में विदेश से टीका आने में पहले 10 से 15 साल लग जाते थे लेकिन कोरोना के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड समय में टीका तैयार कर दिया। विपक्ष का काम आरोप लगाना है। सवाल पूछना उसका अधिकार है लेकिन टीकाकरण पर जवाब हमें जनता को देना है, विपक्ष को नहीं। हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है।
बच्चों को टीका देने पर जल्दबाजी नहीं दिखाएंगे-मंडाविया
बूस्टर डोज के बारे में मंडाविया ने कहा कि बूस्टर डोज लगाने की जरूरत पड़ेगी तो सरकार इस पर विचार करेगी। देश में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है। 18 साल से ऊपर की 80 प्रतिशत लोगों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। बच्चों को कोरोना टीका लगाए जाने के बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम इसमें जल्दबाजी करना नहीं चाहते। विशेषज्ञ इसका अध्ययन कर रहे हैं। एक्सपर्ट की राय आने के बाद ही हम बच्चों को टीका लगाएंगे। टीके की आपात मंजूरी देना अलग बात है। यह बच्चों के भविष्य का मामला है।
97 देशों ने भारत के दोनों टीकों को मान्यता दी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 97 देशों ने भारत के दोनों टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मान्यता दी है। भारत दुनिया को सस्ती वैक्सीन उपलब्ध कराएगा। हम लोग 'सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया' की भावना रखने वाले लोग हैं। दवा हमारे लिए कारोबार नहीं है। भारत के लिए पहले मानवता है। भारत में टीका बनाने के लिए दुनिया की कंपनी आ रही हैं। भारत आज वैक्सीन में आत्मनिर्भर हो गया है और हम दुनिया की मदद करने लगे हैं।
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