नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पहले टॉयकैथॅन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने 'देश में बने खिलौनों को अपनाने' की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें 'वोकल फॉर लोकल टॉएज' को अपनाना होगा। उन्हेंने कहा कि पहले टॉयकैथॅन में 1,500 से अधिक दलों का भाग लेना उज्ज्वल भविष्य, ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम को मजबूत करने का संकेत है। हमारा ध्यान खिलौनों, खेलों को विकसित करने पर होना चाहिए जो रोचक, प्रभावित तरीकों से भारतीयता के हर पहलू को दिखाएं।
'खिलौनों का वैश्विक बाजार करीब 100 अरब डॉलर का'
पीएम ने कहा, 'खिलौनों का वैश्विक बाजार करीब 100 अरब डॉलर का है और इसमें भारत की हिस्सेदारी केवल 1.5 अरब डॉलर की है। हमारी 80 प्रतिशत खिलौने बाहरी देशों से आयात करते हैं। इसका मतलब है कि देश का करोड़ों रुपया विदेशों में जा रहा है। इस स्थिति में बदलाव करना बहुत जरूरी है।'
'भारतीयता का पहलू उजागर करने वाले खेल विकसित करें'
टॉयज की उपयोगिता पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें खेलों को विकसित करने पर जोर देना चाहिए जो भारतीयता के पहलू को रोचक तरीकें से उजागर करें। उन्होंने कहा, 'यदि बच्चे का परिवार उसका पहला स्कूल है तब खिलौने बच्चों की पहली किताब और दोस्त हैं।'
कई मंत्रालयों का संयुक्त उपक्रम है 'टॉयकैथन'
'टॉयकैथन 2021' शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, डीपीआईआईटी, कपड़ा मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं एआईसीटीई का एक संयुक्त उपक्रम है। यह प्रतियोगिता पांच जनवरी को आयोजित की गई। इसमें देश भर से करीब 1.2 लाख लोगों ने हिस्सा लिया और 17,000 से ज्यादा विचार पेश किए। इनमें से लगभग 1,567 विचारों को तीन दिन 22 से 24 जून तक चलने वाले ग्रैंड फिनाले के लिए चयनित किया गया।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।