औरंगाबाद ट्रेन हादसा : देश में कोरोना को लेकर मचे कोहराम के बीच महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बड़ा ट्रेन हादसा (Train Accident) हुआ है। यहां रेलवे ट्रैक पर सो रहे कई मजदूरों को एक मालगाड़ी ने कुचल दिया, जिसमें 16 लोगों की जान चली गई। यह हादसा औरंगाबाद-नांदेड़ रूट पर हुआ। प्रवासी मजदूर रेलवे ट्रैक से होते हुए मध्य प्रदेश लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ। मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए रेल हादसे में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। इस बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, वह हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।'
इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि औरंगाबाद में करमाड के नजदीक यह हादसा हुआ, जब मालगाड़ी ने कुछ लोगों को कुचल दिया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस बल (RPF) और स्थानीय पुलिस को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, जहां उन्होंने राहत एवं एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
औरंगाबाद में हुए इस हादसे में जहां 16 लोगों की जान चली गई है, वहीं 4 अन्य घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। औरंगाबाद की एसपी मोक्षदा पाटिल ने बताया कि इस घटना में 16 लोगों की जान गई है, बाल-बाल बचे लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटाई जा सके। हालांकि वे सभी अभी सदमे की स्थिति में हैं, जिससे उनका उबरना फिलहाल जरूरी है।
यह घटना सुबह 5:15 बजे के आसपास हुई है। बताया जा रहा है कि ये प्रवासी मजदूर जालना की एक स्टील कंपनी में काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण सब बंद होने के बाद वे अपने घर लौटना चाह रहे थे। वे रेलवे ट्रैक से होते हुए बढ़ रहे थे। बताया जा रहा है कि वे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से चलाई गई विशेष ट्रेन पकड़ने जा रहे थे, जब देर रात थक जाने के बाद वे ट्रैक पर ही आराम करने लगे। इस बीच उनकी आंख लग गई और तभी जालना से औरंगाबाद के बीच चलने वाली गुड्स ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया।
वहीं, रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि परभानी-मनमाड खंड में बडनापुर और करमाड स्टेशन के बीच ट्रैक पर कुछ मजदूरों को देखने के बाद लोको पायलट ने ट्रेन रोकने का प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो सका। घायलों को औरंगाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि देश में एक दिन पहले ही आंध प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी के रासायनिक संयंत्र से गैस लीकेज का मामला सामने आया था, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 1000 से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए। यह भी गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से ही लागू लॉकडाउन के बीच देश के विभिन्न हिस्सों से मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर निकले हैं।
हालांकि बीते सप्ताह केंद्र सरकार ने इस संबंध में बड़ी घोषणा करते हुए विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों व पर्यटकों के लिए विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की थी, जिसके जरिये कई राज्यों में प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचे हैं।
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