ऐसी है देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की वर्दी, जानिए क्या है खास

देश
Updated Jan 01, 2020 | 11:42 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पदभार संभाल लिया है। उनकी यूनिफॉर्म पहले से कुछ अलग है।

CDS Bipin Rawat uniform
Chief of Defence Staff, General Bipin Rawat  |  तस्वीर साभार: Twitter

नई दिल्ली: थल सेना प्रमुख पद से 31 दिसंबर 2019 को रिटायर होने के बाद देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बने जनरल बिपिन रावत ने बुधवार (1 जनवरी 2020) को सीडीएस का पदभार संभाला। तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए उनकी वर्दी में महत्वपूर्ण बदलाव हैं। यूनिफॉर्म का रंग जैतून हरा रहेगा। तीनों सेवाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए कंधे पर गोल्डन रैंक के साथ एक मरून पैच है। सूत्रों ने बताया कि सीडीएस का यूनिफॉर्म का रंग मूल सर्विस के समान है लेकिन रैंक और बैज अलग हैं।

तीन सेवाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए बैज और उपलब्धियों के साथ सीडीएस की टोपी भी अलग होगी। रैंकों को दर्शाने के लिए कंधे पर स्टार या बैटन और तलवार नहीं हैं। सीडीएस यूनिफॉर्म में लैनयार्ड भी नहीं है क्योंकि ऐसा कहा गया कि यह सेवा तटस्थ प्रतिनिधित्व है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सीडीएस की यह यूनिफॉर्म तीनों सेनाओं को प्रतिनिधित्व करने के लिए एक प्रतीक है। कोई भी सेना या रेजिमेंटल प्रतीक नहीं है।

 

कॉलर पर लगे फोर स्टार्स सीडीएस की वर्दी में नहीं है क्योंकि यह एक विशेष सेवा का प्रतिनिधित्व करता है। सीने पर सर्विस रिबन वैसे ही है।

यह स्पष्ट नहीं है कि सीडीएस के ऑफिस पर तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला झंडा फहरेगा या नहीं। सभी तीन सेनाओं के प्रमुख अपने कार्यालयों में अपनी सेना के झंडे फहराते हैं। जनरल बिपिन रावत कामराज मार्ग 3 नई दिल्ली में निवास करेंगे। सीडीएस मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में 5वें सचिव होंगे।

 

 

जनरल रावत चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के तौर पर सैनिक मामलों के विभाग के भी प्रमुख होंगे। वह तीनों सैन्य सेवाओं के लिए प्रशासनिक कार्यों की देख-रेख करेंगे। तीनों सेवाओं से जुड़ी एजेंसियों, संगठनों तथा साइबर और अंतरक्षिण से संबंधित कार्यों की कमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के हाथों में होगी। सीडीएस रक्षा मंत्री की अध्‍यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद और एनएसए की अध्‍यक्षता वाली रक्षा नियोजन समिति के सदस्‍य होंगे।

सीडीएस की जिम्मेदारी तीन वर्षों के भीतर तीनों ही सेवाओं के परिचालन, लॉजिस्टिक्‍स, आवाजाही, प्रशिक्षण, सहायक सेवाओं, संचार, मरम्‍मत एवं रखरखाव इत्‍यादि में संयुक्तता सुनिश्चित करना है। सीडीएस की मुख्य जिम्मेदारी अभियानों में संयुक्तता लाकर संसाधनों के अधितम इस्तेमाल के लिए सैन्य कमानों की पुनर्संरचना करना है।

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर