उन्नाव: दुष्कर्म के आरोपियों समेत पांच लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गंभीर हालत में एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराई गई उन्नाव बलात्कार पीड़िता की उपचार के दौरान मौत के बाद शनिवार रात शव उसके गांव लाया गया। पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात मौत हो गई थी। बृहस्पतिवार रात पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए विमान से दिल्ली ले जाया गया था।
उन्नाव जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां पहुंचे दो मंत्रियों ने पीड़िता के पिता को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का चेक सौंपा हैं। उन्होंने कहा कि जिला और पुलिस प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ पीडि़त परिवार के साथ है।
जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधि यहां आये और सभी ने संवेदनाएं व्यक्त की है। जिलाधिकारी ने कहा कि परिजन बेहद गमजदा हैं और अभी अंतिम संस्कार को लेकर बात नहीं हो पाई है। जिलाधिकारी ने बताया कि दोनों मंत्री भी पीड़िता के अंतिम संस्कार तक यहां रहेंगे।
किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। दमकल की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद थी। गांव में वरिष्ठ अधिकारी सुबह से ही डेरा डाले हुए थे।
बेहद साहसी थी रेप पीड़िता
गैंगरेप पीड़िता को लेकर अब कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं जो दिल दहलाने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों के द्वारा जलाए जाने के बाद भी गैंगरेप पीड़िता ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया था।
ये उसकी बहादुरी और साहस ही थी कि जब आरोपियों ने उसे जलाया था तब वह उसी हालत में करीब 1 किमी तक दौड़ती रही। इस क्रम में उसने खुद ही 100 नंबर पर डायल कर के पुलिस को अपने साथ ही बर्बरता की सूचना दी और मदद की गुहार लगाई। पीड़िता की तरफ से जानकारी मिलने पर पुलिस फिर घटनास्थल पर पहुंची।
पीड़िता के भाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मेरी बहन अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन दुनिया छोड़ने से पहले वो कह गई थी कि पांच नाम (आरोपी) इस दुनिया में नहीं रहने चाहिए।' वहीं पीड़िता के पिता ने न्याय की गुहार लगाते हुए मीडिया से कहा, 'मुझे रूपया-पैसा-मकान कुछ नहीं चाहिये। मुझे इसका लालच नहीं है, बस जिसने मेरी बेटी को इस हालत में पहुंचाया है, उसे हैदराबाद मामले की तरह ही दौड़ाकर गोली मार देनी चाहिये या फिर तत्काल फांसी दी जानी चाहिये।'
जानकारी के मुताबिक पीड़िता का शव पहुंचने के बाद क्षेत्र में हालात नाजुक बने हुए हैं। कानून व्यवस्था के मद्देनजर आस-पास के जिलों से पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया है।
योगी सरकार 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देगी
दुष्कर्म पीड़िता के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देगी। सरकार की ओर से यह ऐलान योगी कैबिनेट में शामिल स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया। मौर्य ने इससे पहले शनिवार को पीड़िता के परिजनों से मुलाकात भी की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। वहीं, राज्य सरकार में मंत्री कमल रानी वरुण ने कहा कि पीड़ित परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर भी दिया जाएगा।
उन्नाव पीड़िता की शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई, जहां उसका इलाज चल रहा था। उसे लखनऊ के सरकारी अस्तपाल से गुरुवार रात यहां एयर एंबुलेंस की मदद से लाया गया था, लेकिन अगले दिन ही शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता का उपचार कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि उसे रात 11:10 बजे दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद 11:40 पर उसने दम तोड़ दिया।
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