नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे से पहले दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कांग्रेस की जीत के लिए हवन पूजन का कार्यक्रम हो रहा है। राजनीतिक दल बृहस्पतिवार को होने जा रही उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव की मतगणना का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। मतगणना (Counting) की पूर्व संध्या पर निर्वाचन आयोग (Election Commision) ने वाराणसी में ईवीएम से संबंधित नोडल अधिकारी सहित तीन अधिकारियों को हटाने की घोषणा की। यह कदम समाजवादी पार्टी के इस आरोप से पैदा भारी विवाद के बाद उठाया गया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) अनधिकृत तरीके से स्थानांतरित की जा रही थीं।
उत्तर प्रदेश को भाजपा और मोदी सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह राज्य सबसे अधिक 80 सांसद लोकसभा भेजता है और विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन का 2024 के आम चुनाव पर असर पड़ने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में 750 से अधिक मतगणना हॉल होंगे जहां अधिकतम 403 विधानसभा सीट हैं। इसके बाद पंजाब में 200 से अधिक मतगणना हॉल होंगे। प्रक्रिया की निगरानी के लिए पांच राज्यों में 650 से अधिक मतगणना पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। इस संबंध में एक अधिकारी ने लखनऊ में बताया कि उप्र के सभी मतगणना केंद्रों पर वीडियो एवं स्थिर कैमरे लगाए गए हैं।
पुलिस ने कहा कि 10 मार्च के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों और आयुक्तालयों को सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) की कुल 250 कंपनी प्रदान की गई हैं। अधिकारियों के मुताबिक, सीएपीएफ की एक कंपनी में आम तौर पर करीब 70-80 कर्मी होते हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।