लखनऊ: फिरोजाबाद मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रूख अपनाते हुए तत्काल प्रभाव से मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को स्थांतरित किए जाने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण निकायों में वृहद स्तर पर सफाई अभियान को चलाने के भी निर्देश दिए हैं। जिससे मौसमी बीमारियों पर काबू पाया जा सके। आईसीएमआर की 11 सदस्यीय टीम ने फिरोजाबाद पहुंचकर सैम्पल्स की जांच की जिसमें कोविड के प्रभाव की पुष्टि नहीं हुई। आईसीएमआर की इस प्राथमिक रिपोर्ट में कोविड से जुड़ी कोई बात सामने नहीं आई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बच्चों के लिए शुरू से ही संवेदनशील हैं। फिरोजाबाद घटना की जानकारी मिलते ही दो दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवेदना दिखाते हुए सबसे पहले अस्पताल का निरीक्षण करके प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। 11 डॉक्टरों की विशेष टीम को इलाज की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन डॉक्टरों को मिलाकर अब 15 डॉक्टरों की विशेष टीम इन बच्चों का इलाज करेगी।
सीएम ने चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए पूरे मामले पर कड़ी निगरानी करने के आदेश दिए हैं। चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले की निगरानी के साथ ही भर्ती बच्चों के लिए व्यवस्था करेगी। इसके साथ ने सीएम योगी ने फिरोजाबाद के सभी भर्ती बच्चों के मुफ्त इलाज करने का भी आदेश दिया है। इसके साथ ही तीन सीनियर ऑफिसर्स भी इस पूरे मामले पर अपनी पैनी नजर रखेंगे।
बदलते मौसम को देखते हुए बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ने की संभावना है। जिसके चलते सीएम ने शहरी एवं ग्रामीण निकायों को क्षेत्र में साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सर्विलांस को और बेहतर करने के साथ ही 7 से 16 सितंबर तक प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम आयोजित होंगे। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित और कोविड के लक्षण वाले लोगों की पहचान करेंगे।
जनपद फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति पर 24 घंटे निगरानी करेगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम जिले में कैम्प का आयोजन कर रही है। इसके साथ ही स्थानीय जरूरत के अनुसार चिकित्सक/पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराने के आदेश सीएम ने दिए हैं।
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