Jhansi Election News: UP का सियासी समर, जानिए कैसा है बुंदेलखंड का राजनीतिक माहौल

देश
रविकांत राय
रविकांत राय | PRINCIPAL CORRESPONDENT
Updated Nov 23, 2021 | 06:34 IST

उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए इन दिनों प्रचार अभियान जोरों पर हैं। राजनीतिक दल अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इन सबके बीच टाइम्स नाउ नवभारत की टीम ने बुंदेलखंड क्षेत्र का हाल जाना।

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UP का सियासी समर, जानिए कैसा है बुंदेलखंड का राजनीतिक माहौल 

नई दिल्ली: यूपी के सियासी समर का शंखनाद हो चुका है सभी राजनीतिक दलों के नेता मैदान में उतर चुके हैं। हर कोई अपनी जीत दावा कर रहा है लेकिन जनता किसके दावों पर यकीन करेगी यहीं जानने के लिए टाइम्स नाउ नवभारत की टीम आ पहुँची है। सत्तारूढ़ दल बीजेपी की निगाहें पूर्वांचल के बाद  बुंदेलखंड पर टिकी हुई हैं। बीजेपी 2017 के करिश्में को बुंदेलखंड में दोहराना चाहती है, 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी इस रीजन में सभी राजनीतिक दलों पर भारी पड़ी थी। अब पांच साल बाद यहां की जमीनी हकीकत क्या है आइए समझने का प्रयास करते हैं।

प्रमुख मुद्दा

हर चुनाव में सभी राजनीतिक दल युवाओं की बात करते हैं। उनको अपनी तरफ लाने की हर संभव कोशिश करते हैं लेकिन झांसी का युवा क्या सोचता हैं ये जानने के लिए हमने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी का रुख किया। सुनिए यहाँ के युवा मौजूदा सरकार और पहले की सरकारों के कामकाज के बारे में क्या सोचते हैं।पहले की सरकारें भेदभाव करती थी। युवाओं के लिए रोजगार होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में कई सरकारे आई और गई लेकिन बुंदेलखंड की समस्याओं पर किसी ने नहीं ध्यान दिया 10 साल पहले भी वही समस्या थी आज भी वही समस्या है और वो समस्या है पानी की। जब हम रास्ते से जा रहे थे तब हमारे में एक ही बात थी इतने साल बाद भी बुंदेलखंड की प्यास क्यों नहीं बुझी क्या ये बात सच है। इसी हकीकत को जानने हम आ पहुँचे बबीना विधानसभा में और हमने जो तस्वीर देखी वो हैरान करने वाली थी।

किसान आंदोलन मुद्दा?

उत्तर प्रदेश के चुनाव में किसान आंदोलन एक बहुत बड़ा मुद्दा है लेकिन झांसी के किसानों के बीच क्या ये वाकई मुद्दा है ये जानने के लिए हमने एक दूसरी विधानसभा मऊरानीपुर का रुख किया और किसानों से उनके खेत मे बात की। किसानों का कहना है की उनको उनके खेत के लिए पानी चाहिए। पानी की बड़ी दिक्कत है नहरें सुखी है खेती का समय। आवारा पशु किसानों के लिए एक बड़ा सिरदर्द बने हुए हैं। शाम ढ़लने वाली थी। पूरे दिन झांसी की अलग अलग विधानसभा में घूमने के बाद हमने एक बार फिर शहर का रुख किया और सोचा की क्यों न..बुंदेलखंड की पहचान रानी लक्ष्मी बाई पार्क चला जाए। जहां हर वर्ग के लोग आते है वॉक करने। यहां जनता के मूड का सही आकलन मिल पाएगा।

सपा बनाम बीजेपी

इस चुनाव में बीजेपी रानी लक्ष्मी की अस्मिता को जोड़ लोगों को अपनी तरफ खींचना चाहती है क्योंकि रानी लक्ष्मी बाई से यहाँ के लोग का भावनात्मक लगाव है। पूरे दिन झांसी में घूमने के बाद हम इस नतीजे पर पहुँचे की यहाँ , इस चुनाव में अभी तक कांग्रेस और बीएसपी की उपस्थिति उतनी प्रबल नहीं दिखाई दे रही है। इसलिए मुकाबला BJP VS SP होगा।

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