नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि राज्य के दूर दराज क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाओं को भेजने के लिए ड्रोन का उपयोग करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया जाए। उन्होंने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यूपी सरकार कृतसंकल्पित है। इसके अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, 'प्रदेश के समस्त 08 आकांक्षात्मक जनपदों में सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है। इन जनपदों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाए।' मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना हो जाने पर चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय जांच व शोध की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। लखनऊ में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। इस संस्थान को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए।
सीएम योगी ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को सक्रिय रखा जाए।
यूपी में अब ई-कैबिनेट
उत्तर प्रदेश में कैबिनेट की बैठक से लेकर विधानमंडल की कार्यवाही तक सब कुछ पेपरलेस होने जा रहा है। मंत्री हों या विधायक किसी के हाथ में फाइलें नहीं होगीं, होगा तो टैबलेट। विधानसभा और विधानपरिषद में सवाल पूछना हो या फिर कैबिनेट बैठकों की सूचना हो, कैबिनेट नोट को अप्रूव करना हो अथवा चर्चा के बाद निर्णय, सब कुछ टैबलेट पर ही ऑनलाइन होगा।इसकी शुरुआत कैबिनेट बैठकों से होने जा रही है। प्रदेश में अब केवल ई-कैबिनेट बैठकें ही होंगी।यही नहीं, योगी सरकार, केंद्र की तर्ज पर जल्द पेश होने जा रहा प्रदेश का बजट भी पेपरलेस होने के आसार हैं।
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