लखनऊ: लोगों की आस्था और विश्वास के प्रतीक भगवान राम (Lord Ram) के अयोध्या (Ayodhya) में भव्य मंदिर की तैयारियां जोरों पर हैं और राम मंदिर निर्माण कार्य (Ram Mandir) से जुड़ी योजनाओं को तैयार कर उन्हें धरातल पर लाने के कार्य प्रारंभ हो चुके हैं और सभी प्रभु के इस कार्य में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी की एक पहल प्रोजेक्ट रामलला का अनावरण 16 फरवरी यानि मंगवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा।
खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड ने इस बारे में बयान जारी करते हुए कहा था कि "हम यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं कि जो महिला कारीगर "शहरों से गाँव तक" पहल के तहत हमारे साथ काम कर रही हैं, वे अयोध्या के राम मंदिर में भगवान रामलला के लिए हाथ से बने कपड़े और हाथ की खादी से पोशाक बना रही हैं।
प्रोजेक्ट रामलला परंपरा के साथ परस्पर संबंध बांधकर हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन में खादी के उपयोग को प्रोत्साहित करता है और इसका उद्देश्य हमारे आसपास के सभी लोगों के साथ प्रगति करना है, इस प्रकार भारत के महिला कारीगरों और बुनकरों के लिए काम के अवसर सुनिश्चित करना है।
अयोध्या में राममंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही भक्तों को भीड़ भी बढ़ने लगी है। जनवरी माह में करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। ऐसे में भक्तों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर शासन-प्रशासन का फोकस है। गौरतलब है कि भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में कई कार्य किए जा रहे हैं इसी क्रम में हाल ही में श्रद्धालुओं को रामलला तक पहुंचाने के लिए सुगम मार्ग बनाने की तैयारी की जा रही है।
भक्त और पर्यटक मंदिर तक आराम से पहुंच सके इसके लिए नगर निगम रोप-वे बनाने जा रहा है बताया जा रहा है कि यह रोप-वे अयोध्या में बनने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम एयरपोर्ट से शुरू होकर नए घाट तक होगा, इस प्रोजेक्ट पर अयोध्या विकास प्राधिकरण और अयोध्या नगर निगम ने काम भी शुरू कर दिया है।
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भारतीय रेल ने अयोध्या रेलवे स्टेशन (Ayodhya Railwan Station) के पूरी तरह से कायाकल्प होगा। अयोध्या स्टेशन की नवीनतम एवं आधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसज्जित भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस भवन हेतु वितीय वर्ष 2017-18 में ₹ 80 करोड की स्वीकृति दी गयी थी जिसे वर्तमान में बढाकर ₹ 104.77 करोड कर दिया गया है। इस स्टेशन भवन का निर्माण रेलवे की राइट्स (RITES)उपक्रम द्वारा किया जा रहा है। इस रेलवे स्टेशन के डिजाइन में राम मंदिर की झलक दिखेगी।
मंदिर निर्माण जहां होना है वहां पर करीब 5 मीटर खुदाई हो चुकी है, साल 1992 में आर्किटेक्ट सोमपुरा के साथ एक अनुबंध हुआ था जिसमें अब कुछ Supplementary Clause भी जोड़े गए हैं राम मंदिर को छोड़कर बाकी हिस्से में जो कंस्ट्रक्शन का काम होना है उसके लिए टाटा कंसल्टेंसी से समझौता हो चुका है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक सही-सही अनुमान लगाना मुश्किल है कि अब तक राम मंदिर निर्माण के लिए कितना धन संग्रह हो चुका है. लेकिन, लगभग 1000 करोड़ रुपए बैंक अकाउंट में आ चुके हैं जबकि, बहुत से दानदाताओं की तरफ से दान की गई धनराशि अभी तक बैंक अकाउंट में नहीं पहुंची है क्योंकि इसमें समय लग रहा है।
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